एशेज सीरीज में ये तो सभी ने देख लिया कि किसी भी गेंदबाज के लिए उनका विकेट निकालना बहुत ही मुश्किल है, लेकिन इसके बावजूद भी इंटरनेशनल टेस्ट क्रिकेट में 4 गेंदबाज ऐसे हैं, जिन्होंने स्मिथ को 0 पर आउट करने का कारनामा किया है। आइए आपको बताते हैं कि आखिरी कौन हैं वो गेंदबाज, जिन्होंने स्मिथ को टेस्ट क्रिकेट में शून्य पर आउट किया है।
1. डेल स्टेन
दुनिया के सबसे तेज गेंदबाजों में गिने जाने वाले दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाज डेल स्टेन ने स्टीव स्मिथ को शून्य पर आउट करने का काम किया है। ये बात साल 2014 की है, जब ऑस्ट्रेलियाई टीम एशेज सीरीज जीतने के बाद दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर गई थी। सीरीज का पहला टेस्ट मैच जीतकर कंगारुओं ने अपने इरादे साफ कर दिए थे। दूसरे टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों को डेल स्टेन के खतरनाक बाउंसर्स का सामना करना पड़ा और उन्होंने स्टीव स्मिथ का विकेट चटका कर उन्हें शून्य पर पवेलियन भेज दिया।
2. क्रिस ट्रेमलेट
इंग्लैंड के तेज गेंदबाज क्रिस ट्रेमलेट भी स्टीव स्मिथ को शून्य पर आउट कर चुके हैं। ये बात साल 2013 में एशेज सीरीज के पहले टेस्ट मैच की है। पहले टेस्ट के दौरान ऑस्ट्रेलिया के पास पहली पारी के आधार पर 159 रनों की बढ़त थी। ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज तेजी से रन बनाने की कोशिश कर रहे थे और उसी कोशिश में स्टीव स्मिथ शून्य पर आउट हो गए थे।
3. जुल्फिकार बाबर
साल 2014 में पाकिस्तान के स्पिन गेंदबाज जुल्फिकार बाबर ने भी स्टीव स्मिथ को शून्य पर आउट किया था। ऑस्ट्रेलिया को अपने ही घर में पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट सीरीज के दौरान काफी संघर्ष करना पड़ा था। दूसरे टेस्ट मैच के दौरान पाकिस्तान के पहली पारी में 570 रनों के दवाब ऑस्ट्रेलिया की बल्लेबाजी बिखर सी गयी। 97 रनों पर 4 विकेट खोने के बाद कप्तान माइकल क्लार्क के साथ पारी संभालने की जिम्मेदारी स्मिथ पर थी पर दुर्भाग्य से वो शून्य पर आउट हो गए । ज़ुल्फ़िक़ार बाबर ने उन्हें अपनी स्पिन गेंदबाजी से परेशान कर उनका विकेट चटका लिया।
4. केशव महाराज
टेस्ट फॉर्मेट में स्टीव स्मिथ आखिरी बार साल 2016 में आउट हुए थे, जब दक्षिण अफ्रीका ने तीन मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए ऑस्ट्रेलिया का दौरा किया था। पर्थ में पहले टेस्ट मैच में स्टीव स्मिथ सलामी बल्लेबाजों द्वारा दी गई अच्छी शुरुआत को भुनाने के लिए क्रीज पर उतरे थे, लेकिन स्पिनर केशव महाराज ने स्मिथ को शून्य पर पवेलियन भेजते हुए अपना पहला टेस्ट विकेट लिया।