इयोन मॉर्गन
(2007 में आयरलैंड और 2011, 2015 में इंग्लैंड, इस बार भी खेलेंगे इंग्लैंड की तरफ से)
इयोन मॉर्गन इस साल आईसीसी विश्व कप में इंग्लैंड की टीम की कप्तानी करते नजर आएंगे। 2015 के विश्व कप में भी वह इंग्लैंड के कप्तान थे। इनका जन्म 10 सितंबर 1986 को आयरलैंड की राजधानी डब्लिन में हुआ था। उन्होंने अपना पहला विश्व कप भी इसी टीम से 2007 में खेला था। इसके बाद वह इंग्लैंड में आकर बस गए और यहीं से क्रिकेट खेलने लगे। 2011 के विश्व कप में शुरुआती दौर में इनका चयन नहीं हुआ था, लेकिन केविन पीटरसन चोटिल हो गए और उनकी जगह इनको विश्व कप की टीम में शामिल किया गया। इस तरह वह दो देशों की टीम से विश्व कप में शिरकत करने वाले दुर्लभ खिलाड़ी बन गए। 2015 की आईसीसी वर्ल्ड कप में इंग्लैंड की टीम का उन्हें कप्तान बनाया गया। हालांकि इस विश्व कप में इंग्लैंड का प्रदर्शन काफी बुरा रहा और इंग्लैंड ग्रुप चरण से ही बाहर हो गया। 2019 के लिए एक बार फिर इंग्लैंड की टीम ने उन पर दांव लगाया है। इस बार भी उनकी ही कप्तानी में इंग्लैंड विश्व कप में खेलेगा और इस बार इंग्लैंड को विश्व कप जीतने का बड़ा दावेदार बताया जा रहा है। इस विश्व कप में खेलते ही वह दुनिया के पहले ऐसे खिलाड़ी बन जाएंगे, जिसने चार विश्व कप में प्रतिनिधित्व किया हो और दो देश से खेला हो।
एड जॉयस
(2007 में इंग्लैंड की ओर से, 2011 और 2015 में किया आयरलैंड का प्रतिनिधित्व)
एड जॉयस का भी जन्म इयॉन मॉर्गन की तरह आयरलैंड की राजधानी डब्लिन में हुआ था। 22 सितंबर 1978 को जन्में जॉयस ने पहला विश्व कप अपने देश से नहीं खेला था, बल्कि उन्हें यह मौका 2007 में इंग्लैंड की तरफ से मिला था। इस विश्व कप में उन्होंने दो शतक भी लगाए थे। इसके बाद 2011 में वह आईसीसी विश्व कप में अपने देश आयरलैंड का प्रतिनिधित्व किया। इसके बाद 2015 में भी उन्होंने अपने देश की टीम की तरफ से हिस्सा लिया।
एंडरसन कमिंस
(1992 में वेस्टइंडीज की ओर से और 2007 में कनाडा के लिए खेले)
एंडरसन कमिंस का जन्म 7 मई 1966 को वेस्टइंडीज के बारबाडोस में हुआ था। उन्होंने 1992 के विश्व कप में वेस्टइंडीज टीम का प्रतिनिधित्व किया। इस बीच उन्होंने कैरिबियाई टीम के लिए अंतरराष्ट्रीय मैचों में भी शिरकत की। 1996 में वह वेस्टइंडीज छोड़कर कनाडा चले गए और टोरेंटो की स्थानीय टीम के लिए क्रिकेट खेलने लगे। इसके बाद उन्हें 2007 के आईसीसी विश्व कप के लिए कनाडा की टीम में शामिल किया गया।
केप्लर वेसल्स
(1983 में थे ऑस्ट्रेलियाई टीम के सदस्य और 1992 विश्व कप में की दक्षिण अफ़्रीका की कप्तानी)
दो देशों से क्रिकेट विश्व कप में भाग लेने वाले खिलाड़ियों में केप्लर वेसल्स का भी नाम शामिल है। उनका जन्म 14 सितंबर 1957 को दक्षिण अफ्रीका के ब्लोमफोंटेन में हुआ था। लेकिन उन्होंने अपने क्रिकेटीय जीवन की शुरुआत आस्ट्रेलिया की तरफ से खेलते हुए की। ऑस्ट्रेलिया की तरफ से वह 1983 के क्रिकेट वर्ल्ड कप में खेले। इसके बाद 1992 के विश्व कप में उन्होंने दक्षिण अफ़्रीका की कप्तानी करते हुए अपनी टीम को सेमीफाइनल तक पहुंचाया था।
ग्रीम हिक
(1983 में किया जिम्बाब्वे का प्रतिनिधित्व और 1992 विश्व कप में इंग्लैंड की ओर से खेले)
इस लिस्ट में ग्रीम हिक का नाम भी शामिल है। उन्हें अपने समय का बेहद प्रतिभाशाली खिलाड़ी माना जाता था। हिक का जन्म 23 मई 19966 को जिम्बाब्वे (तत्कालीन रोडेशिया) के सालिसबरी में हुआ था। इन्हें जिम्बाब्वे की विश्व कप टीम में 1983 में शामिल किया गया। इसके बाद 1992 के विश्व कप में वह इंग्लैंड की टीम में खेले।