नंबर वन का ये ताज है खास-
किसी भी क्रिकेटर का जीवन का सपना होता है कि वो अपने करियर में नंबर वन की पोजिशन हासिल करे। सच यह भी है कि कई क्रिकेटर अपने पूरे करियर में कभी भी ऐसा नहीं कर पाते। इसकी बानगी इस बात से साफ हो जाती है कि भारत की ओर ने टेस्ट रैंकिंग में नंबर वन तक पहुंचने वाले कोहली मात्र सातवें बल्लेबाज है।
स्टीव स्मिथ को छोड़ा पीछे-
इस क्रम में उन्होंने आस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान स्टीव स्मिथ को पछाड़ा है, जो बॉल टेम्परिंग के कारण प्रतिबंध का सामना कर रहे हैं। स्मिथ दिसम्बर, 2015 से ही नम्बर-1 टेस्ट बल्लेबाज थे, लेकिन कोहली ने पांच अंकों की बढ़त लेकर उन्हें दूसरे स्थान पर धकेलते हुए पहले स्थान पर कब्जा जमाया।
7 साल बाद नंबर वन पर कोई भारतीय-
आईसीसी के अनुसार, कोहली 2011 में सचिन तेंदुलकर के बाद टेस्ट रैंकिंग में पहले स्थान पर पहुंचने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज हैं। आईसीसी ने कहा, “29 वर्षीय क्रिकेट खिलाड़ी कोहली भारत के सातवें ऐसे बल्लेबाज बन गए हैं, जिन्होंने टेस्ट रैंकिंग में पहला स्थान हासिल किया है। एजबेस्टन टेस्ट की समाप्ति के बाद रविवार सुबह ताजा रैंकिंग जारी हुई। कोहली से पहले सुनील गावस्कर, दिलीप वेंगेस्कर, सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़, वीरेंद्र सहवाग और गौतम गंभीर का नाम शामिल है।
सभी दिग्गजों से आगे निकले कोहली-
नंबर वन की रैंकिंग हासिल करने के साथ-साथ कप्तान कोहली ने इस मैच के बाद वो मुकाम हासिल किया, जो भारतीय क्रिकेट इतिहास के पिछले 86 सालों में नहीं हुआ था। दरअसल कोहली से पहले भारत के छह अन्य बल्लेबाज जो टेस्ट रैंकिंग में नंबर वन बने थे, वो कोहली की वर्तमान रैंकिंग अंक 934 से पीछे ही थे। इस समय कोहली के खाते में 934 अंक है। जो किसी भी भारतीय बल्लेबाज द्वारा अर्जित की गई सर्वश्रेष्ठ रेंकिंग है।