विराट कोहली –
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली 2011 वर्ल्डकप की 16 सदस्यीय टीम का हिस्सा थे। इस टूर्नामेंट में चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए विराट ने 35 के औसत से बल्लेबाजी करते हुए 282 रन बनाए थे। टीम में सुरेश रैना जैसे अनुभवी बल्लेबाज के होते हुए भी उन्हें प्लेइंग 11 में शामिल किया गया था और वर्ल्डकप के सारे मैच खेलने का मौका मिला। विराट ने इस दौरान एक शतक भी लगाया था। इन दिनों कोहली फॉर्म में नहीं हैं और रन के लिए संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन उनकी बल्लेबाजी का लोहा दुनिया मानती है। 2011 के बाद विराट 2015 और 2019विश्व कप भी खेल चुके
रविचन्द्र अश्विन –
भारतीय टीम के दिग्गज फिरकी गेंदबाज रविचन्द्र अश्विन भारत के सबसे सफर फिरकी गेंदबाजों में से एक हैं। अश्विन ने 2011 में डेब्यू किया था और उन्हें उसी साल वर्ल्ड कप खेलने का मौका मिल गया। दिग्गज गेंदबाज हरभजन सिंह के अलावा उन्हें भी 6 सदस्यीय टीम में शामिल किया गया था। अश्विन को दो मैचों में खेलने का मौका मिला था। इस दौरान उन्होंने चार विकेट चटकाए थे। क्वार्टर फ़ाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलते हुए अश्विन ने कप्तान रिकी पोंटिंग और सलामी बल्लेबाज शेन वाटसन को आउट किया था। इन दोनों खिलाड़ियों का विकेट भारत के लिए गेम चेंजर था। अश्विन आज भी टीम इंडिया का हिस्सा हैं, जो इसके बाद 2015 और 2019 विश्व कप खेल चुके हैं।
पीयूष चावला –
इंडियन प्रीमियर लीग में सबसे सफल फिरकी गेंदबाजों में से एक पीयूष चावला 2011 विश्व कप की विजेता टीम के सदस्य थे। विश्व कप खेलने के बाद पीयूष चावला ज्यादा समय तक टीम इंडिया में नहीं टिक सके। 2011 वर्ल्डकप में उन्होंने तीन मैच खेले और चार विकेट लिए थे। पीयूष चावला 2007 में टी20 विश्वकप जीतने वाली भारतीय टीम का भी हिस्सा थे। पीयूष चावला को इस साल आईपीएल की किसी भी टीम ने नहीं खरीद है। लेकिन उन्होंने अब तक संन्यास नहीं लिया है। चावला को अभी भी संन्यास का इंतजार है।