क्या कहा सहवाग ने –
वीरेंद्र सहवाग ने अपनी बातचीत में कहा कि पूरी सीरीज में भारतीय बल्लेबाजों में कॉन्फिडेंस की कमी नजर आई। मजबूत टीम होने के बावजूद कठिन परिस्थितियों में टीम अपने विरोधी टीम के सामने लड़खड़ा जाती है। अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए सहवाग ने याद दिलाया कि इस दौरे से पहले भारतीय कोच रवि शास्त्री ने टीम इंडिया को बेस्ट बताया था। लेकिन टीम का बेस्ट कहलाने लायन बिल्कुल नहीं है।
रवि शास्त्री को लिया आड़ों हाथ –
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए वीरेंद्र सहवाग ने कोच रवि शास्त्री को आड़े हाथों लिया। सहवाग ने कहा कि ड्रेसिंग रूम में बैठ कर बातें बनाने से टीम बेस्ट नहीं बनती। बल्कि मैदान पर खिलाड़ियों को अपने प्रदर्शन से इसे साबित करना होता है। भारतीय खिलाड़ी खासकर बल्लेबाज इस पूरे सीरीज के दौरान कमजोर नजर आए। आप भले ही दुनिया की नजरों में खुद को बेस्ट टीम कहें, लेकिन यदि खिलाड़ियों का बल्ला नहीं चला तो आप मजाक के पात्र बन जाओगे।
इसे बताई हार की बड़ी वजह-
साउथहैम्पटन टेस्ट में भारत की हार के बारे में पुछे जाने पर सहवाग ने कहा कि मोईन अली की गेंदों को भारतीय बल्लेबाज नहीं खेल पा रहे थे। ये देख हैरानी हुई। चार साल पहले जब भारतीय टीम इंग्लैंड दौरे पर गई थी तो स्पिनर्स में मोइन अली ने ही सबसे अधिक विकेट झटके थे। इसके बाद भी भारतीय बल्लेबाजों ने उनके खिलाफ हथियार डाल दिए।
कोच विवाद के बाद पहली बार-
बताते चले कि ये पहला मौका है जब वीरेंद्र सहवाग ने कोच रवि शास्त्री पर खुलकर कोई टिप्पणी की है। अनिल कुंबले के कोच पद से त्यागपत्र देने के बाद भारत के नए कोच बनने की रेस में रवि शास्त्री के साथ-साथ वीरेंद्र सहवाग भी शामिल थे। उस सयम तो कोच पद के लिए सहवाग शास्त्री पर भारी पड़ते दिख रहे थे। लेकिन बाद में रवि शास्त्री को कोच बना दिया गया था।