बता दें कि चेन्नई एग्मोर रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 5 पर जोधपुर-मन्नारगुड़ी ट्रेन पहुंची। कुछ लोग ट्रेन में रखे पार्सल उतारने लगे। इसी बीच थर्माकोल के 11 बक्से भी उतारे गए। इन बक्सों से भयानक बदबू आ रही थी। इतनी बदबू की वहां रूकना भी मुश्किल हो रहा था। स्टेशन पर इस तरह की बदबू आने पर आरपीएफ पुलिस को शक हुआ। उन्होंने बक्से ले जा रहे लोगों को रूकने को कहा, लेकिन वे उन बक्सों को वहीं छोड़कर भाग गए।
डॉग्स के पैर और सिर कटे लाश
पुलिस ने जब उन बक्सों को खोला तो उनके होश उठ गए। बक्सों में डॉग्स का फ्रोजन मांस मिला। बता दें कि सभी डॉग्स के पैर और सिर कटे हुए थे। इतनी बड़ी मात्रा में डॉग्स का मांस मिलने पर रेलवे पुलिस के अधिकारियों ने शहर के खाद्य सुरक्षा विभाग के लोगों को बुलाया। स्टेशन पहुंची खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने जब मांस का वजन किया तो वह 1100 किलो निकला।
होटल में सप्लाई होना था डॉग्स का मांस
वहीं, फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट के अधिकारियों ने बताया कि इतनी बड़ी मात्र में ये मांस होटल में सप्लाई के लिए ले जाया जा रहा था। ये मांस यहां सस्ते ‘राजस्थानी मीट’ के रूप में बेचने के लिए यहां लाया गया था। अधिकारी के मुताबिक ये पार्सल तीन दिन पहले किसी ने गुजरात के गांधीधाम से बुक कराए थे, जो कि जोधपुर-मन्नारगुड़ी ट्रेन के जरिये चेन्नई आए। अधिकारी ने बताया कि मांस सड़ने जैसी हालत में थी। फिलहाल अधिकारियों ने मांस के सैंपल्स लेकर जांच के लिए उन्हें मद्रास वेटनरी कॉलेज भेज दिया है।