मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, अभिषेक बाइक से रात को घर लौट रहा था। बैरिकेड के बीच बंधे हुए तार को अभिषेक देख नहीं पाया और उसकी चपेट में आ गया। ये तार इतना हल्का भी था कि कोई भी इसे न देख पाए। बाइक से गुजरते हुए जब वह वहां से गुजरा तो तार के बीच आ गया और उसके गले में तार फंस गया और उसकी मौत हो गई।
इस हादसे में दिल्ली पुलिस की लापरवाही साफ नजर आई है। मामले की गंभीरता को देखते हुए एफआईआर दर्ज कर ली गई है और इलाके के एसचओ को तुरंत लाइन हाजिर किया गया। वहीं इस मामले में दिल्ली पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए 4 बीट कॉन्सटेबल डिविजन अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है।
खबरों के मानें तो अभिषेक ओला कैब चलाता था और साथ ही डीजे का काम भी करता था। इस हादसे के बाद लोगों को कहना है कि अक्सर इस तरह से पुलिसवाले इलाके में बैरिकेडिंग कर देते हैं और तार बांध देते हैं। उसके बाद जाकर सो जाते हैं। घटना वाली रात भी यही हुआ था। बैरिकैडिंग के पास कोई नहीं था।
अभिषेक की मौत की खबर सुन परिजनों का हाल बेहाल हो गया है। अभिषेक की मां और अन्य परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। इस मामले में अभिषेक की मां का कहना है कि जो भी इस मामले में दोषी हैं उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होना चाहिए और जिम्मेदार लोगों को सजा मिलनी चाहिए।