मार्च में होना था बड़ पूजा पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा करते हुए कहा कि यह भयानक हादसा मार्च में ही हो गया होता, लेकिन कुछ कारणों की वजह से उस वक्त यह टल गया। पुलिस का कहना है कि यह बड़ पूजा मार्च महीने में ही होना तय हुआ था। पुलिस को बाद में मिले एक रजिस्टर में मार्च महीने में बड़ पूजा होने के बारे में विस्तार से लिखा गया है। पुलिस का कहना है कि मार्च महीने में जो बड़ पूजा होनी थी और जो अब बड़ पूजा हुई है वह एक सामान ही हैं। पुलिस का कहना है कि उस वक्त परिवार के कुछ लोग अचानक बाहर चले गए थे, जिसके कारण यह स्थगित कर दिया गया। इसके बाद 30 जून की देर रात इस काम के लिए चुना गया। इतना ही नहीं पुलिस ने एक और चौंकाने वाला खुलासा किया है। पुलिस के मुताबिक, पीड़ित परिवार के घर से जो रजिस्टर बरामद किए हैं उसे 10 मौतों का आरोपी ललित नहीं लिखता था। बल्कि, ललित बोलता था और परिवार के दो सदस्य उसे लिखते थे।
अब तक हो चुके हैं कई चौंकाने वाले खुलासे गौरतलब है कि इस केस में पिछले तीन से चार दिनों में कई चौंकाने वाले खुलासे हो चुके हैं, लेकिन इसकी गुत्थी नहीं सुलझ पाई है। हालांकि, अभी तक जो भी सच्चाई सामने आई है उसमें तंत्र-मंत्र और मोक्ष का मामला ही सामने आ रहा है। इतना ही नहीं, हर एक खुलासे से पुलिस के लिए भी यह केस सिरदर्द बनता जा रहा है।