पिछले साल अक्टूबर में, सीबीआई ने राजन के खिलाफ पांच मामलों की जांच भी शुरू की थी, जिसमें उसके शुरुआती दिनों से संबंधित मामले भी शामिल थे, जब वह तीन दशक पहले अपने संरक्षक राजन नायर उर्फ बड़ा राजन के साथ कथित रूप से काम करता था। उन मामलों को मुंबई पुलिस ( Mumbai Police ) ने 1980, 1990 और 2000 के दशक में दर्ज किया था।
निर्भया के दोषियों को फांसी पर लटकाने वाले जल्लाद के लिए तिहाड़ जेल ने खाली करवाया फ्लैट, मिलेंगी खास सुविधाएं चार नई प्राथमिकी (एफआईआर) के साथ, राजन सदाशिव निखलजे उर्फ छोटा राजन के खिलाफ एजेंसी के पास मामलों की संख्या बढ़कर 80 हो गई है।
इंटरपोल रेड कॉर्नर नोटिस के बाद और इंडोनेशिया से छोटा राजन के निर्वासन और 25 अक्टूबर, 2015 को राजन की गिरफ्तारी के तुरंत बाद, महाराष्ट्र सरकार ने 71 मामलों को सीबीआई को सौंप दिया था।
छोटा राजन फिलहाल तिहाड़ जेल की बेहद सुरक्षा वाले जेल नंबर 2 में बंद है। वह डी-कंपनी का पूर्व सदस्य है, जो 1993 में मुंबई में हुए सिलसिलेवार बम विस्फोटों के बाद दाऊद इब्राहिम से अलग हो गया था।