पुलिस जांच में जुटी बिहार पुलिस अब यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि कहीं शेल्टर होम की बच्चियों की तरह ही यहां की महिलाओं के साथ यौन उत्पीड़न तो नहीं हुआ। छोटी कल्याणी में स्थित इस स्वाधार गृह के लिए पैसा केंद्रीय महिला और बाल विकास मंत्रालय की ओर से आता है। इसकी निगरानी का जिम्मा राज्य के सामाजिक कल्याण विभाग के पास है। शेल्टर होम बच्चियों के साथ हुए रेप के प्रशासन ने इस स्वाधार गृह पर छापा डाला है। यहां से छापेमारी कई आपत्तिजनक चीजें मिली हैं।
कई रजिस्टर भी जब्त किए गए मुजफ्फरपुर टाउन के डीएसपी का कहना है कि कई कॉन्डम और दवाएं स्वाधार गृह की छत पर फेंके मिले हैं। इस अभियान के दौरान कई रजिस्टर भी जब्त किए गए हैं। उन्होंने कहा कि इस रजिस्टर में बैंक खाते और महिलाओं की सूचना है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि 20 मार्च को सामाजिक कल्याण विभाग की जांच में पता चला था कि स्वाधार गृह में 11 महिलाएं कौशल विकास का प्रशिक्षण हासिल कर रही हैं। इसके बाद 9 जून को अधिकारियों के पास शिकायत पहुंची कि इन महिलाओं को कमरे में बंद कर दिया गया है।इस बीच बालिका गृह की जांच कर रही सीबीआई ने बुधवार को सामाजिक कल्याण विभाग के प्रधान सचिव अतुल प्रसाद से ब्रजेश के एनजीओ और उसके सरकार के साथ संबंधों के बारे में करीब 40 मिनट तक पूछताछ की।