दिल्ली पुलिस ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि सुभाष नगर में फर्जी वीजा देने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने दो मास्टरमाइंड गिरफ्तार किया है। ये लोग बीते चार माह में 300 लोगों से ठगी हुई है। आरोपी सोशल मीडिया के जरिए अपने शिकार को आकर्षित करते थे, वीजा देने के बहाने उनसे पैसे ऐंठते थे।
पुलिस ने बताया कि यह गिरोह अपने काम को ऐसे अंजाम दे रहे कि किसी को फर्जी नहीं लगे। उन्होंने पीड़ितों का चिकित्सीय परीक्षण करने के लिए एक डायग्नोसिस सेंटर के साथ भी गठजोड़ किया था। ताकि वे इसे वास्तविक दिखा सकें। पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है और बाकी आरोपियों को खोजने के प्रयास जारी है।
आपको बता दें कि दिल्ली पुलिस ने बीते साल नवंबर में कथित तौर पर फर्जी वीजा बनाने का रैकेट चलाने वाले गैंग का भंडाफोड़ करते हुए 8 लोगों को गिरफ्तार किया था। पुलिस के अनुसार आरोपी व्यक्ति पिछले 10 से 12 वर्षों से विभिन्न देशों से वीजा हासिल करने के कारोबार में थे और जाली दस्तावेज तैयार करते थे। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने उनसे दस्तावेज बनवाए उनमें से ज्यादातर युवा बेरोजगार हैं और रोजगार की तलाश में विदेश जाना चाहते थे। पुलिस ने 293 पासपोर्ट बरामद किए थे।