खबरों के मुताबिक पीड़िता 13 वर्षीय है। मासूम नाबालिग नागपुर के बाहर की रहने वाली है। 1 जनवरी 2012 को पीड़िता के माता-पिता पढ़ाई के लिए उसे बड़े पिता शेषराव (43) के घर छोड़ आए। बता दें कि शेषराव खूब पढ़ा लिखा व्यक्ति हैं और पेशे से एक डॉक्टर है। आरोपी की पीड़िता से बड़ी बेटी भी है। पीड़िता के परिजन अपनी बच्ची को अच्छी शिक्षा देने के मकसद से ही वहां छोड़ कर आए थे। बच्ची 8वीं कक्षा में पढ़ाई कर रही है। बताया जाता है कि पीड़िता का तभी से आरोपी डॉक्टर यौन शोषण कर रहा था।बावजूद इसके उसके शर्म नहीं आई। हैरानी की बात ये है कि शेषराव बच्ची से किसी को कुछ भी बताने पर पीड़ित को उसकी पढ़ाई बंद करवाने की धमकी देते हुए वापस गांव भेजने की बात कहता था। बच्ची डरकर सहम जाती थी लेकिन किसी से खुद पर हो रहे अत्याचार की बात बताने की हिम्मत नहीं जुटा पा रही थी
कैसे हुआ खुलासा स्कूल में यौन प्रताड़ना से बचने के बारे में क्लास ली जा रही थी। इस दौरान पीड़िता ने खुद के साथ हो रहे अत्याचार के बारे में स्कूल शिक्षिका को बताया। बच्ची की दर्द भरी दास्तां सुनने के बाद शिक्षिका सन्न रह गई। मामला तब जाकर सामने आया बच्ची ने चाइल्ड लाइन और एक शिक्षिका की मदद से इस पूरी घटना का खुलासा किया। मामला सामने आने के बाद आरोपी डॉक्टर को पुलिस ने मौके से गिरफ्तार कर लिया है।