घटना का वीडियो सामने आने के बाद चार पुलिसवाले सस्पेंड
जानकारी के मुताबिक, इस घटना के बाद एक उपनिरीक्षक और तीन अन्य पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है। इंफाल पश्चिम के पुलिस अधीक्षक जोगेश्वर हाओबिजम ने बताया कि सोशल मीडिया पर वायरल हुई इस घटना के वीडियो में दिख रहा है कि घटना के वक्त चार पुलिसवाले वहां मौजूद थे, लेकिन किसी ने भी उस युवक को बचाने की कोशिश नहीं की। पुलिसवालों की मौजूदगी वीडियो में देखी भी जा सकता है, जब फारुक जीवित था और वह जमीन पर पड़ा हुआ था।
राज्य में जगह-जगहों पर हो रहे हैं सामाजिक संगठनों के प्रदर्शन
घटना का वीडियो सामने आऩे के बाद राज्य में जगह-जगह पर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। फारुक की मौत के बाद मानवाधिकार आयोग ने भी पुलिस प्रशासन से जांच की गुहार लगाकर इस मामले पर रिपोर्ट मांगी थी। इस घटना को लेकर कई सामाजिक संगठनों के कार्यकर्ता विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं।
वाहन चोरी के शक में फारुक को उतार दिया मौत के घाट
आपको बता दें कि थौबुल जिला के बाशिंदे फारूक खान की पश्चिम इंफाल के थारोइजाम इलाके में गुरुवार को उन्मादी भीड़ ने वाहन चोर होने के संदेह में पीट-पीट कर हत्या कर दी थी। बहरहाल, खान के साथ मौजूद दो लोग बच निकलने में कामयाब रहे थे। उनकी अब तक पहचान नहीं हो पाई है। स्थानीय लोगों ने एक कार भी आग के हवाले कर दी थी। समझा जाता है कि इसका इस्तेमाल मृतक के दो साथियों ने किया था
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि एक उप निरीक्षक को निलंबित कर दिया गया है जबकि ग्राम रक्षा बल के तीन कर्मियों को रविवार को बर्खास्त कर दिया गया। गौरतलब है कि इस घटना की तीखी निंदा हुई और इलाके में विभिन्न सामाजिक कार्यकर्ताओं ने धरना दिया।