देश में बिशप पर पहली बार रेप का आरोप
जालंधर के रोमन कैथोलिक डाओसिस के बिशप मुलक्कल को शुक्रवार की देर रात त्रिपुनीथुरा में गिरफ्तार किया गया था। उनसे इससे पहले तीन दिनों तक पूछताछ होती रही। बता दें कि ऐसा देश में पहली बार हुआ है कि बिशप को दुष्कर्म मामले में गिरफ्तार किया गया है और पुलिस ने उन पर अवैध रूप से बंधक बनाकर रखने, दुष्कर्म, अप्राकृतिक यौन संबंध और आपराधिक धमकी देने का मामला दर्ज है।
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गिरफ्तार होते फ्रैंको ने की छाती में दर्द की शिकायत
गिरफ्तारी के तुरंत बाद बिशप ने छाती में दर्द की शिकायत की थी, जिसके बाद उन्हें कोट्टायम से 10 किलोमीटर दूर एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। सरकारी कोट्टायम मेडिकल कॉलेज अस्पताल के कार्डियोलॉजी विभाग में रात बिताने के बाद डॉक्टरों ने उन्हें शनिवार को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया। मुलक्कल को अदालत में पेश होने तक कोट्टायम पुलिस क्लब में रखा गया।
पद से हटाए गए तो बोले- गॉड करेगा न्याय
इससे पहले ही आरोपी मुलक्कल को चर्च ने जांच पूरी होने तक पद से हटा दिया गया था। पद से हटाए जाने पर फैंक्रो ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि वो उसके और पीड़ित नन के लिए दुआ करें ताकि दैवीय हस्तक्षेप उनके दिल में परिवर्तन ला सके और सच्चाई सामने आ सके। बिशप फ्रैंको ने डिप्टी बिशप को पदभार सौंपने से पहले कहा कि वह सबकुछ भगवान के ऊपर छोड़ रहे हैं। मुलक्कल खुद को लगातार निर्दोष बताते हैं और झूठे केस में फंसाने की बात कह रहे हैं।
क्या है पूरा मामला
केरल पुलिस अधिकारियों के एक दल ने एक जुलाई को को यौन उत्पीड़न मामले में एक कैथलिक नन का बयान दर्ज किया। नन ने एक बिशप पर लगातार यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया। उप पुलिस अधीक्षक की अगुवाई में पुलिस दल ने कोट्टायम के समीप कुराविलांगड स्थित एक कान्वेंट में नन का बयान दर्ज किया। नन ने आरोप लगाया है कि पंजाब के जालंधर के रोमन कैथलिक डाइअसिस के बिशप फ्रैंको मुलक्कल ने वर्ष 2014 से वर्ष 2016 के बीच 14 बार उनका यौन उत्पीड़न किया।