ये भी पढ़ें: विशाखापत्तनम: नक्सलियों ने खेला खूनी खेल, दो टीडीपी विधायक की गोली मारकर की हत्या इलाके में दहशत का माहौल जानकारी के मुताबिक समीर कुमार अपनी पत्नी के नाम से रजिस्टर्ड कार से अपने घर लौट रहे थे। इसी दौरान बनारस बैंक चौक के पास AK-47 से लैस अपराधियों ने ताबड़तोड़ गोलियां उनकी गाड़ी पर बरसाने लगे। घटना के बाद से इलाके में दहशत का माहौल बना हुआ है। गोलियों की तरतराहट सुनकर लोग यहां-वहां भागने लगे। वहीं दुकानदार दुकान बंद कर भागने लगे। बनारस बैंक चौक से लेकर जेल रोड और टॉवर तक बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किए गए हैं। पुलिस ने जिले की सीमा को सील कर दिया है। हालांकि अभी तक खुलासा नहीं हुआ है कि समीर कुमार की हत्या किसने की है और किस वजह से की गई है।
छोटन शुक्ला की हुई थी हत्या दो दशक पहले मुजफ्फरपुर में इसी तरह की वारदात को अंजाम दिया गया था। 1994 में छोटन शुक्ला को शहर में हमलावरों ने गोलियों से छलनी कर दिया था। यह वारदात उसी हत्याकांड की याद दिलाती है। छोटन शुक्ला जब दरभंगा से आ रहे थे तो फ्लाईओवर के पास उनकी एंबेसेडर कार पर AK-47 से गोलियां चलाई गई थी। जिसमें छोटन शुक्ला की मौके पर ही मौत हो गई थी।