निर्भया गैंगरेप के अन्य तीनों आरोपी मुकेश, पवन और अक्षय पहले से ही तिहाड़ जेल में हैं।
बता दें कि विनय शर्मा ने ही अपनी फांसी की सजा के खिलाफ दया याचिका लगाई थी जो राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के सामने लंबित है। हालांकि विनय शर्मा ने राष्ट्रपति से दया याचिका को वापस करने की मांग की है।
निर्भया गैंगरेप के आरोपी विनय शर्मा को रविवार देर रात तिहाड़ जेल में शिफ्ट किया गया। वह मंडोली जेल में बंद था। तिहाड़ में बाकी तीनों आरोपी मुकेश, पवन और अक्षय बंद हैं। विनय शर्मा ने ही अपनी फांसी की सजा के खिलाफ दया याचिका लगाई थी जो राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के सामने लंबित है। हालांकि विनय शर्मा ने राष्ट्रपति से दया याचिका को वापस करने की मांग की है।
बता दें कि 2012 के निर्भया गैंगरेप-मर्डर केस के चार गुनहगारों में से एक विनय शर्मा ने राष्ट्रपति को पत्र लिखकर गुहार लगाई है कि उसकी ओर से दया की जो याचिका दाखिल की गई है, उसे तुरंत वापस किया जाए। विनय ने दावा किया कि याचिका में न तो उसके दस्तखत हैं और न ही उसने किसी को अधिकृत किया था। इसमें तथ्य छिपाए गए हैं। हालांकि तिहाड़ जेल प्रशासन ने दया याचिका में दस्तखत न होने की बात को झूठा बताया है।
विनय ने अपने वकील के जरिए राष्ट्रपति को भेजे पत्र में आरोप लगाया कि जेल प्रशासन ने दिल्ली सरकार के साथ साजिश करके बदनीयती से यह दया याचिका भेजी थी। उसने कहा कि उसके कानूनी विकल्प अभी खत्म नहीं हुए हैं। सुप्रीम कोर्ट में क्यूरेटिव पिटिशन दाखिल नहीं की है। ऐसे में इस दया याचिका पर कोई फैसला न लें।