वहीं प्रद्युम्न के पिता वरुण ठाकुर सीबीआई के इस खुलासे पर कहा कि सीबीआई ने आज जो खुलासा किया है। उन्होंने जो वजह बताई है। वह एक बच्चे के लिए ये जुर्म करने की वजह हो सकती है। बच्चा बहुत लंबे समय से स्कूल में था और स्कूल में जो कमियां थीं, उसका फायदा उठाकर वो जुर्म कर सकता था। साथ ही उन्होंने पुलिस के काम पर सवाल भी खड़े किए। उन्होंने कहा कि आज सबके सामने यह0 साबित हो गया है कि पुलिस जो जांच कर रही थी, उसके अलावा कुछ और निकला। उन्होंने कहा कि पुलिस की थ्योरी के बाद उसे भरोसा हो गया था कि अब वो बच गया है, लेकिन नहीं पता था कि केस की जांच सीबीआई करेगी। इसलिए आरोपी को एडल्ट की तरह ट्रीट किया जाए और फांसी पर लटकाना चाहिए।
बता दें कि हरियाणा के गुड़गांव जिले में स्थित रेयान इंटरनेशनल स्कूल में आठ सितम्बर को आठ वर्षीय छात्र प्रद्युम्न ठाकुर की हत्या के मामले में सीबीआई ने मंगलवार रात को इसी स्कूल के कक्षा 11 के एक छात्र को गिरफ्तार कर लिया। जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड ने आरोपी छात्र को सीबीआई की तीन दिन की हिरासत में भेजा है। सीबीआई ने छह दिन का रिमांड मांगा था।
उधर हरियाणा पुलिस स्कूल के ही छात्र की गिरफ्तारी पर मुंह छिपाती नजर आई। हरियाणा की सोहना पुलिस ने प्रद्युम्न हत्याकांड में स्कूल बस के कण्डक्टर अशोक को गिरफ्तार किया था। पहले अशोक ने प्रद्युम्न की हत्या करना कबूला था लेकिन बाद में उसने अपना बयान बदलते हुए कहा था कि उस पर अपराध कबूल करने के लिए दवाब डाला गया था। हरियाणा के पुलिस महानिदेशक बीएस संधू से जब इस मामले में पुलिस की भूमिका के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इस मामले में सीबीआई जांच कर रही है। अभी देखना है कि सीबीआई किस नतीजे तक पहुंचती है।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने इस मामले में दोषी पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई के सवाल पर कहा कि सीबीआई जांच कर रही है। हरियाणा पुलिस ने तो जांच पूरी की नहीं थी। पुलिस की जांच के दौरान ही सीबीआई जांच की मांग उठाई गई तो जांच सीबीआई को सौंप दी। अब देखना होगा कि सीबीआई जांच में क्या खुलासे होते हैं।
रेयान स्कूल के शौचालय में आठ सितम्बर को प्रद्युम्न ठाकुर का गला काट कर हत्या कर दी गई थी। सीबीआई द्वारा गिरफ्तार किया छात्र धौला गांव निवासी है। इस छात्र के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 302 और आर्म्स एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोपित उन छात्रों में शामिल था जिन्होंने स्कूल के अधिकारियों को प्रद्युम्न की हत्या के बारे में जानकारी दी थी। पुलिस की जांच के दौरान आरोपी छात्र प्रमुख गवाह भी था। उसके अभिभावकों ने सीबीआई पर अपने पुत्र को फंसाने का आरोप लगाया है। छात्र द्वारा हत्या किए जाने का कारण यह बताया जा रहा है कि स्कूल की परीक्षाएं स्थगित कराने के लिए उसने हत्या को अंजाम दिया।