ग्राम पंचायत के लिए काम करता था मृतक राव
पुलिस ने बताया कि नागेश्वर राव पंचायत के लिए काम करता था। उसका काम गांव में सड़के बनाना और पेड़-पौधे यानी हरियाली करने का था। इसके अलावा वह शौचालय में इस्तेमाल किए जाने वाला टैंक का प्रभारी भी था।
डंडे से मारकर-मारकर सिर फाड़ दिया
मंगलवार की सुबह 5 बजे जब ज्योति नाम की महिला शौचालय के लिए जा रही थी तो उसने देखा कि रास्ते में गंदे कपड़े, बेतरतीब बाल और लंबी दाढ़ी वाला एक आदमी एक बेंच पर बैठा है। उस महिला ने नागेश्वर राव से कहा कि वह उस आदमी को वहां से दूर भगा दे। नागेश्वर राव उस आदमी के पास गया और उसको वहां से जाने के लिए कहा लेकिन उस आदमी ने नागेश्वर राव को कोई जवाब नहीं दिया। जब नागेश्वर राव ने उस आदमी को फिर से वहां से जाने के लिए कहा तो दिमागी रूप से बीमार उस शख्स को गुस्सा आ गया और उसने राव पर आदमी पर हमला कर दिया। नागेश्वर राव के हाथ में शुरुआत में एक डंडा था। लेकिन दोनों की हुई झड़प में डंडा दिमागी रूप से कमजोर शख्स ने छीन लिया। फिर उस शख्स ने राव पर डंडे बरसाने शुरू कर दिए। राव जमीन पर गिर पड़ा। उस शख्स ने राव को तब तक मारा जब तक उसके सिर का हिस्सा नहीं खुल गया। राव का सिर खुल जाने का बाद उसका दिमाग वाला हिस्सा बाहर आ गया। जिसके बाद उस शख्स ने डंडा साइड में फेंककर राव के दिमाग के हर किस्से को खाया।