बताया गया कि वालपराई के 55 वर्षीय प्रभाकरन का हाल ही में कोयंबटूर के सरकारी स्कूल में तबादला हुआ था और तब से छात्राएं उनके बारे में शिकायत कर रही हैं। छात्राओं के अभिभावक ने आरोप लगाया कि छात्रों द्वारा प्रधानाध्यापिका से औपचारिक शिकायत दर्ज कराने के बाद भी उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। शुक्रवार की सुबह अभिभावक और छात्र अपने रिश्तेदारों और दोस्तों के साथ स्कूल में जमा हो गए और प्रभाकरण को गिरफ्तार करने की मांग की।
आरोपी शिक्षक पर छात्राओं को बुरी नीयत से छूने का आरोप-
छात्रों का कहना है कि जब से उन्होंने स्कूल ज्वाइन किया है, तब से वह उन्हें बुरी नीयत से छू रहा है और कई बार शिकायत करने के बाद भी उसे सजा नहीं मिली, इसलिए उन्हें स्कूल के सामने सामूहिक विरोध का सहारा लेना पड़ा। पुलिस उपायुक्त, कोयंबटूर दक्षिण, एन. सिलंबरासन, आरडीओ, कोमिबटोर साउथ, पी. एलंगो, आरडीओ और अन्य वरिष्ठ अधिकारी स्कूल पहुंचे और आंदोलनकारी अभिभावकों और छात्रों से बातचीत की। हालांकि, पुलिस द्वारा शिक्षक को गिरफ्तार करने के बाद ही प्रदर्शनकारी स्कूल परिसर से तितर-बितर हुए।
आरोपी शिक्षक का अभी तक सामने नहीं आया पक्ष-
प्रभाकरण पर यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पोक्सो) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है और न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। बताते चले कि इस मामला के सामने आने के बाद अभिभावकों में काफी रोष है। दूसरी ओर मामले में अभी तक आरोपी शिक्षक का कोई पक्ष सामने नहीं आ सका है।