वायु सेना के ये दो खतरनाक मिसाइलें दागते ही, पाकिस्तान के होश आए ठिकाने, यहां पर किया.. एक पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए डीजीपी दिलबाग सिंह ने कहा कि इस वक्त तक अंसार गजवात-उल हिंद आतंकी समूह (एजीएच) का सफाया किया जा चुका है। हालांकि उन्होंने इस बात से इनकार नहीं किया कि यह संगठन भविष्य में फिर से खड़ा हो सकता है।
बड़ी खबरः एनसीआरबी की रिपोर्ट का सबसे बड़ा खुलासा, यह मेट्रो शहर बन गया क्राइम कैपिटल मंगलवार शाम अवंतीपुरा के बाहरी इलाके में सुरक्षा बलों के साथ हुई मुठभेड़ में जो तीन आंतकी ढेर किए गए, उनमें से एक की पहचान जाकिर मूसा के बाद उसकी जगह लेने वाले अब्दुल हमीद ललहारी के रूप में की गई है। ललहारी अल-कायदा से जुड़े एचीएच संगठन का सरगना था। मंगलवार को ढेर किए गए तीनों आतंकी जैश-ए-मोहम्मद के सामंजस्य में काम कर रहे थे।
दिलबाग सिंह के मुताबिक ललहारी 2016 से सक्रिय हुआ था और कई आतंकी हमलों में इसका हाथ था। उन्होंने इन बातों का भी खंडन किया जिनमें बताया जा रहा था कि 5 अगस्त के बाद यहां के ज्यादातर युवा आतंकी संगठन से जुड़ेंगे, इस संबंध में उन्होंने कहा कि इस दौरान आतंकी संगठनों के साथ युवाओं का जुड़ाव तुलनात्मक रूप से धीमा हुआ है।
कमांडरों की कॉन्फ्रेंस के बाद रक्षा मंत्री का बड़ा ऐलान, पाकिस्तान को दी वार्निंग.. देशवासी हो जाएं.. हालांकि डीजीपी ने यह माना कि कई युवा घरों से गायब हुए हैं, लेकिन यह सुनिश्चित नहीं है कि सभी ने आतंकी संगठन ज्वाइन किया हो। इसके अलावा उन्होंने इस बात का भी खंडन किया कि घाटी में फिर से टेलीफोन पर पाबंदी लगने वाली है।
चंद्रयान-2 ने हासिल की बड़ी सफलता, नासा के लूनर ऑर्बिटर को छोड़ा पीछे उन्होंने आखिरी में कहा, “आतंक को खत्म करने में हम केवल तभी सफल होंगे जब कश्मीर के स्थानीय युवा उग्रवाद का नहीं बल्कि शांति के रास्ते पर चलेंगे।”