बस से यात्रा कर रहे थे सोहराबुद्दीन नोइमुृद्दीन हैदराबाद में एक निजी बस सेवा में कर्मचारी है। उसने पहले दावा किया था कि 2005 में शेख, उसकी पत्नी कौसर बी और
तुलसी राम प्रजापति ने संगीता ट्रैवल की बस सेवा ली थी। यह बस हैदराबाद से सांगली जा रही थी, नोइमुद्दीन का दावा था 22 नवंबर को पांच यात्रियों समेत सोहराबुद्दीन यात्रा कर रहे थे, मगर वह इस बयान से बुधवार को मुकर गए। वहीं शिल्पन सिंह ने पहले कहा था कि जिस समय पुलिस सोहराबुद्दीन को गिरफ्तार कर रही थी। उस समय वह मौजूद था, मगर वह भी इस बयान से पलट गया है। नोइमुद्दीन का कहना है कि वह घटना के दौरान यात्रियों की टिकट बुकिंग में लगे हुए थे, वहीं दूसरे गवाह शिल्पन सिंह का कहना है कि उन्होंने सोहराबुद्दीन को नहीं देखा था।
क्या है मामला गौरतलब है कि महाराष्ट्र में सांगली जाने वाले रास्ते पर हैदराबाद पुलिस के आतंकवाद विरोधी दस्ते ने आतंकियों के साथ कथित गैंगस्टर शेख और उनकी पत्नी कौसर बी का कथित रूप से अपहरण कर लिया था। दावा किया गया था कि सोहराबुद्दीन और उनकी पत्नी की हत्या की गई थी, लेकिन ये अभी तक साबित नहीं हो सका है।
47 गवाह मुकर चुके हैं अपने बयान से सोहराबुद्दीन मामले में अभी तक 65 लोगों की गवाही हो चुकी है, जिसमें से 47 ने अपने बयान बदल लिए हैं। बता दें, मुंबई की एक अदालत ने 26 नवंबर, 2005 को गांधीनगर के निकट कथित मुठभेड़ के संबंध में भारतीय दंड संहिता के तहत पुलिस अधिकारियों सहित 22 लोगों के खिलाफ हत्या, अपहरण और सबूतों को खत्म करने के लिए आरोप लगाए थे।