जानकारी के अनुसार शुक्रवार को शिवपुरी जिले में स्थित अटल सागर मड़ीखेड़ा बांध पानी से लबालब होने के बाद बांध के 8 गेट खोलकर सिंध नदी में 6 5 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया जिससे 24 घंटे में सिंध नदी उफान पर आ गई। शनिवार को नदी ने अपना विकराल रूप धारण कर लिया दोनों घाटों तक पानी उफान पर है। नदी के उफनने के कारण इसके किनारे बसे गांवों को स्थानीय प्रशासन ने हाइअलर्टकर दिया है। किसी प्रकार की कोई अनहोनी न हो इसके लिए प्रशासन भी सतर्क हो गया है ।
स्थानीय प्रशासन के अधिकारी व्यवस्था बनाने निगाह बनाए रहे वहीं उफान पर आई नदी के पानी ने धूमेश्वर महादेव मंदिर के पास नदी किनारे स्थिति प्राचीन नौ चौकिया को अपने आगोश में ले लिया और धीरे-धीरे चारों ओर से पानी घेरा बनाकर बहने लगा और थोड़ी देर में नो चौकिया पानी से पूरा डूब गया।
सिंध नदी के उफान के नजारे देखने के लिए सुबह से ही लोगों की भीड़ धूमेश्वर धाम पहुंचने लगी। लोगों ने तेज रफ्तार उफान पर बह रही नदी का नजारा देखा। वहीं इस दौरान नदीं किनारे तैनात पुलिस बल ने सुरक्षा की दृष्टि से लोगों को नदी से दूर रखा। ज्यादातर लोग नदी के आसपास घंटों जमे रहे।
स्थानीय प्रशासन के अधिकारी व्यवस्था बनाने निगाह बनाए रहे वहीं उफान पर आई नदी के पानी ने धूमेश्वर महादेव मंदिर के पास नदी किनारे स्थिति प्राचीन नौ चौकिया को अपने आगोश में ले लिया और धीरे-धीरे चारों ओर से पानी घेरा बनाकर बहने लगा और थोड़ी देर में नो चौकिया पानी से पूरा डूब गया।
सिंध नदी के उफान के नजारे देखने के लिए सुबह से ही लोगों की भीड़ धूमेश्वर धाम पहुंचने लगी। लोगों ने तेज रफ्तार उफान पर बह रही नदी का नजारा देखा। वहीं इस दौरान नदीं किनारे तैनात पुलिस बल ने सुरक्षा की दृष्टि से लोगों को नदी से दूर रखा। ज्यादातर लोग नदी के आसपास घंटों जमे रहे।
एसडीआरएफ टीम मौके पर
सिंध नदी उफान पर आने के बाद स्थानीय प्रशासन ने एसडीआरएफ की टीम को धूमेश्वर बुला लिया है जो मौके पर तैनात है। एसडीओपी जोशी ने बताया कि होमगाड्र्स के आठजवान नदी किनारे तैनात किए गए हैं। मौके पर सुरक्षा के सभी इंतजाम हैं। लाइफ जेकिट, ट्यूब और रस्सी की व्यवस्था की गई है ताकि जरूरत पडऩे पर इनका इस्तेमाल कर बचाव कार्यतत्काल किया जा सके।
सिंध नदी उफान पर आने के बाद स्थानीय प्रशासन ने एसडीआरएफ की टीम को धूमेश्वर बुला लिया है जो मौके पर तैनात है। एसडीओपी जोशी ने बताया कि होमगाड्र्स के आठजवान नदी किनारे तैनात किए गए हैं। मौके पर सुरक्षा के सभी इंतजाम हैं। लाइफ जेकिट, ट्यूब और रस्सी की व्यवस्था की गई है ताकि जरूरत पडऩे पर इनका इस्तेमाल कर बचाव कार्यतत्काल किया जा सके।