तहसील परिसर में रखा गया
टीम को रायपुर घाट के पास एक पनडुब्बी झाडिय़ों में मिली जिसे जब्त कर तहसील परिसर में रखा गया। इसके साथ ही टीम को अवैध रेत से भरी एक ट्रैक्टर-ट्रॉली भी मिली जिसे भी जब्त किया गया।
रेत माफिया पहले ही सब कुछ हटा चुके थे
जानकारी के अनुसार प्रशासन को अवैध रूप से रेत का उत्खनन किए जाने की शिकायतें लगातार मिल रही थी। एसडीएम राघवेन्द्र पाण्डे के निर्देश पर बुधवार अलसुबह तहसीलदार नवनीत शर्मा जिला खनिज अधिकारी की टीम के साथ बाबूपुर, लिधौरा, गजापुर पहुंचे, लेकिन वहां रेत माफिया पहले ही सब कुछ हटा चुके थे।
ट्रैक्टर-ट्रॉली जब्त की गई
टीम को यहां रेत खनन नहीं मिला। जब टीम लौट रही थी तभी रास्ते में अवैध रेत से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली मिली, जिसे रोककर चालक से रॉयल्टी दिखाने को कहा जो उसके पास नहीं थी। चालक से पूछताछ की तो उसने बताया कि वह बेलगढ़ा से रेत भरकर ला रहा है। इस पर ट्रैक्टर-ट्रॉली जब्त की गई।
पनडुब्बी निकालकर जब्त की
इसी दौरान टीम को जानकारी मिली कि रायपुर में रेत माफिया ने एक पनडुब्बी खेत में छिपाकर रखी है। इस पर टीम रायपुर पहुंची और पनडुब्बी निकालकर जब्त की।
कार्रवाई लगातार जारी रहेगी
तहसीलदार का कहना है कि अवैध रेत उत्खनन के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। कुछ हद तक इस पर अंकुश भी लगा है, फिर भी इस तरह की कार्रवाई लगातार जारी रहेगी।
रेत कहां से ला रहे
प्रशासन का कहना है कि उन्हें आज तीन रेत घाटों पर निरीक्षण के दौरान रेत उत्खनन नहीं मिला। अब सवाल यह उठता है कि जब उत्खनन नहीं हो रहा है तो सड़क पर अवैध रेत से भरे ट्रैक्टर-ट्रॉली कैसे दौड़ रहे हैं और ये रेत कहां से ला रहे हैं।