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डबरा

दो साल पहले जर्जर घोषित कन्या विद्यालय भवन में पढ़ रहीं 2000 छात्राएं

सिंधी बाजार एसोसिएशन ने महिला एवं बाल विकास मंत्री से जर्जर भवन गिराकर नए भवन बनाने की मांग की

डबराAug 09, 2020 / 11:16 pm

महेंद्र राजोरे

दो साल पहले जर्जर घोषित कन्या विद्यालय भवन में पढ़ रहीं 2000 छात्राएं

महिला एवं बाल विकास मंत्री से स्कूल भवन को लेकर चर्चा करते एसोसिएशन के पदाधिकारी।

डबरा. पांच दशक से भी ज्यादा पुराने और दो साल पहले लोक निर्माण विभाग द्वारा जर्जर घोषित किए गए शहर के सुभाषगंज में बने शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भवन में छात्राएं अध्ययन कर रही हैं, जिससे उनका जीवन खतरे में है। इस संबंध में रविवार को सिंधी बाजार एसोसिएशन ने महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी से मुलाकात कर इस पुराने भवन को ढहाकर नया सुविधयुक्त भवन बनाए जाने की मांग की है। इस संबंध में मंत्री को एक आवेदन भी सौंपा गया।
मंत्री को सौंपे गए आवेदन में सिंधी बाजार एसोसिएशन के अध्यक्ष चंद्रपकाश मेघानी ने बताया कि डबरा में एकमात्र शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की बिल्डिंग जो 57 साल पुरानी है, जिसे 2018 में लोक निर्माण विभाग जर्जर घोषित कर चुका है। इस बिल्डिंग में जगह-जगह दरारें पड़ चुकी हैं। सरिए गल चुके हैं यह बिल्डिंग कभी भी गिर सकती है। फिर भी स्कूल में लड़कियों की संख्या ज्यादा होने से इसमें क्लासेज लग रही हैं, जिससे कभी भी हादसा हो सकता है। इसलिए शीघ्र ही इसे गिराकर दूसरी नई बिल्डिंग बनाई जाए। इस विद्यालय में दो हजार से ज्यादा छात्राएं पढ़ती हैं। कमरे कम होने से छात्राओं को परेशानी होती है। इस बिल्डिंग को और ज्यादा बड़ा बनाया जा सकता है, क्योंकि इसके आगे-पीछे खाली पर्याप्त जगह है। इसे तीन मंजिला तक बनाया जा सकता है, जिससे कमरों की संख्या बढ़ जाएगी तलघर में पार्किंग की व्यवस्था हो सकती है। कमरे बढऩे से भविष्य में छात्राओं की और संख्या बढऩे से छात्राओं तथा स्कूल प्रशासन को कोई परेशानी नहीं होगा।

एग्रीकल्चर की क्लासेस शुरू कराई जाए

आवेदन में शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में एग्रीकल्चर की क्लासेस शुरू कराने की मांग की गई। आवेदन में बताया गया कि डबरा में एकमात्र कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय है, जिसमें 10वीं के बाद कृषि संकाय नहीं होने से तमाम छात्राएं न चाहकर भी मजबूरी में अन्य विषय ले लेती हैं, क्योंकि गरीब छात्राएं प्राइवेट स्कूल में पढ़ नहीं सकतीं। इसलिए कुछ गरीब छात्राएं मजबूरी में करियावटी के शासकीय कन्या विद्यालय में पढऩे दूर जाती हैं, क्योंकि वहां कृषि संकाय की सुविधा है। यह असुविधाजनक है। छात्राएं लंबे समय से डबरा कन्या विद्यालय में कृषि संकाय चालू करवाने की मांग करती आ रही हैं।

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