नगर के मुख्य मार्गों पर सड़कों पर दिन हो या रात हर समय लोगों की आबाजाहीं से सड़कें गुलजार रहती थीं, लेकिन इस समय भीषण गर्मी के चलते सड़कें दोपहर के समय सूनी नजर आ रही हैं। तेज गर्मी के चलते सुनसान नजर आने लगी है। लोग घरों से बाहर निकलने से पहले ही मुंह पर ंकपड़ा आखों में चश्मा पहनकर निकल रहे है। बावजूद इसके दोपहर के समय में घरों से वही लोग निकल रहे है, जिन्हें जरूरी काम होता है।
बाहर निकलना हुआ मुश्किल
स्थानीय निवासी कमल पटेल ने बताया कि सूरज की तपन के कारण वह अलसुबह ही दैनिक कार्य निबटा रहे हैं। जिससे उन्हें गर्मी में घर से बाहर न निकलना पड़े। इसके लिए बच्चें, वृद्ध, युवा सभी गर्मी से बचने के जतन करने में जुटे हुए हैं। स्थानीय सपना रैकवार, नैना पटेल ने बताया कि वह अपने चेहरे पर दुपट्टा लपेटकर व छाते का उपयोग कर गर्मी से बचाव के उपाय कर रही हैं। बच्चों के लिए माताएं भी कई जतन करते देखी जा सकती हैं। जिनमें जेब में प्याज,माचिस रखना और हाथ-पैरों में रीठा की मालिश करना जैसे उपाय शामिल हैं।
शीतल पेय पदार्थ बने सहारा
तेज गर्मी से राहत पाने के लिए नागरिक आइसक्रीम, जलजीरा, नींबू पानी, गन्ने का रस, लस्सी सहित अन्य शीतल पेय पदार्थो का उपयोग कर रहे हैं।
डॉक्टर व्यू
डॉ. आरपी कोरी ने बताया कि हमें गर्मी के सीजन में बहुत अधिक सजग रहने की जरूरत होती है। गर्मी का असर लोगों पर दिखने लगा हैं और हाल ही में हुए मौसम में परिवर्तन के चलते विगत दिनों से छाए रहने वाले बादलों से उमस और तपन का कहर लोगों पर जमकर बरस रहा है। जिससे लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा हैं। जिससे ज्यादातर लोग उल्टी-दस्त जैसी बीमारियों का शिकार हो रहे हैं। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र हटा से मरीजों में सर्वाधिक मरीज उल्टी दस्त के आ रहे हैं।
बाहर निकलना हुआ मुश्किल
स्थानीय निवासी कमल पटेल ने बताया कि सूरज की तपन के कारण वह अलसुबह ही दैनिक कार्य निबटा रहे हैं। जिससे उन्हें गर्मी में घर से बाहर न निकलना पड़े। इसके लिए बच्चें, वृद्ध, युवा सभी गर्मी से बचने के जतन करने में जुटे हुए हैं। स्थानीय सपना रैकवार, नैना पटेल ने बताया कि वह अपने चेहरे पर दुपट्टा लपेटकर व छाते का उपयोग कर गर्मी से बचाव के उपाय कर रही हैं। बच्चों के लिए माताएं भी कई जतन करते देखी जा सकती हैं। जिनमें जेब में प्याज,माचिस रखना और हाथ-पैरों में रीठा की मालिश करना जैसे उपाय शामिल हैं।
शीतल पेय पदार्थ बने सहारा
तेज गर्मी से राहत पाने के लिए नागरिक आइसक्रीम, जलजीरा, नींबू पानी, गन्ने का रस, लस्सी सहित अन्य शीतल पेय पदार्थो का उपयोग कर रहे हैं।
डॉक्टर व्यू
डॉ. आरपी कोरी ने बताया कि हमें गर्मी के सीजन में बहुत अधिक सजग रहने की जरूरत होती है। गर्मी का असर लोगों पर दिखने लगा हैं और हाल ही में हुए मौसम में परिवर्तन के चलते विगत दिनों से छाए रहने वाले बादलों से उमस और तपन का कहर लोगों पर जमकर बरस रहा है। जिससे लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा हैं। जिससे ज्यादातर लोग उल्टी-दस्त जैसी बीमारियों का शिकार हो रहे हैं। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र हटा से मरीजों में सर्वाधिक मरीज उल्टी दस्त के आ रहे हैं।