कलेक्टर पहुंचे थे वृद्धों का हाल जानने
कलेक्टर दमोह नीरज राठी इस भीषण गर्मी के दौर में वृद्धों का हाल जानने शाम को वृद्धाश्रम पहुंचे थे। जहां उन्होंने वृद्धों के साथ बैठकर वृद्धजनो का हाल जाना, पूछा यहां पर आपको कोई परेशानी तो नहीं है, दवाई मिलती है, डॉक्टर आते है। समय पर भोजन मिलता है। इस दौरान वृद्धजनों ने कहा हमें यहां किसी तरह की परेशानी नही है। अच्छी तरह से रह रहे है। हमारा पूरा खयाल रखा जाता है। उनके साथ एडीशनल कलेक्टर आनंद कोपरिहा भी मौजूद रहे।
वृद्ध महिलाओं के साथ जमीन पर बैठकर टटोला मन
वृद्धों से आत्मीयता से बात करते-करते हुए कलेक्टर वृ। महिलाओं के बीच पहुंचे। जहां बुजूर्ग महिलाओं के बीच जाकर जमीन में उनके साथ बैठ गए। उनसे बातें की, उनकी समस्याओं को जानने का प्रयास किया। उन्होने कहा मैं भी यहां आता रहूंगा, कोई समस्या हो तो पंचायत का अधिकारी आपसे आकर सतत् सम्पर्क में रहेगा। एक वृद्धजन ने ऑखों मे रोशनी की समस्या बताए जाने पर और नेत्र विशेषज्ञ से चेक कराने, जरूरत पडऩे पर चश्मा दिलाने के निर्देश दिए। कलेक्टर वृद्धजनो के कमरो में पहुँचकर सभी से मिले उनसे बाते की और मूलभूत सुविधाओ की जानकारी ली।
वृद्ध बोला परिवार की याद आ रही है, घर जाना है…
वृद्धाश्रम में वृद्धों से कलेक्टर की सहज मुलाकात का ही असर था कि एक बुजूर्ग हज्जू अहिरवार ने कलेक्टर से कहा, वह अपने घर जाना चाहता है। परिवार की याद आ रही है। यह सुनकर कलेक्टर ने उसकी बात को गौर से सुना। बुजूर्ग हज्जू अहिरवार ने बताया कि ग्राम बरवांसा में उसके तीन बेटे एक बेटी रहती है। इतना सुनते ही कलेक्टर ने बुजुर्ग से कहा तो चलिए आपको घर भेज देते है। वृद्ध कुछ समझता, इसके पहले ही कलेक्टर ने कहा आप मेरी कार में बैठिए, चलते है गांव। बुजुर्ग की चाह पर कलेक्टर ने उसे ही अपनी एसी कार सौंप दी और वह स्वयं भी वृद्ध के साथ उसी सीट पर बैठ गए। इसके बाद वह ग्राम बरवासा पहुंचे।
वृद्ध की बेटी है सरपंच, घर पर लगा था ताला
कलेक्टर की कार अब बरवांसा गांव पहुंचती है। जहां सबसे पहले वृद्ध की सरपंच बेटी के घर जाते है। बेटी के घर पर ताला लगा था। बताया गया किबेटी शादी में बाहर गई हुई है। वह ग्राम की सरपंच भी है। गांव वालों से बेटों की जानकारी ली गई, सचिव को भेजकर उनके बेटे राजेश अहिरवार को बुलाया गया। कलेक्टर ने राजेश को समझाईश दी कि अपने पिता को अपने पास रखें, उन्हे पेंशन भी मिल रही है और कहा तुम्हें काम धंधा जो चाहते हो दिलाया जाएगा, लेकिन पिता को सम्मान से पास रखें और उनकी सेवा करें।
बेटे के पास वृद्ध को छोड़कर वापस लौटे कलेक्टर
कलेक्टर ने ग्रामवासियो से कहा बुजूर्ग हज्जू के आग्रह पर मैने उन्हें उनके घर छोड़ा है। मेरी मंशा हर बुुजुर्ग अपने घर में सम्मान से रहे कोई भी वृद्ध वृद्धाश्रम मे न रहें। हम सबका दायित्व है, इस दायित्व को हम सबको निभाना है। इस अवसर पर उन्होंने ग्रामीणों और युवाओं से शिक्षा और रोजगार के सबंध में चर्चा की उनकी बातें व समस्याए सुनी और स्कूल जाने वाले बच्चो की जानकारी लेकर सभी से आग्रह किया। स्कूल जाने योग्य सभी बच्चों को स्कूल भेजें। ग्राम की पेयजल की समस्या पर कहा गांव के कुआं की सफाई करवाई जाएगी। साथ ही अन्य मूलभूत सुविधाओं की जानकारी ली।
कलेक्टर के इस कार्य की जमकर सराहना हो रही है। कलेक्टर राठी का कहना है कि हर बुजूर्ग अपने घर में सम्मान से रहे कोई भी वृद्ध वृद्धाश्रम मे न पहुंचे, सबका दायित्व है। इस दायित्व को हम सबको निभाना है। 2010 बैच के IAS तरुण राठी ने दमोह में इसी सप्ताह जॉइन किया है।