पत्रिका ने एक दिन पहले ही वनपाल के घर पहुंचकर ली थी जानकारी
शनिवार की शाम पत्रिका ने पन्नालाल के घर पहुंचकर परिजनों के हालात जाने। इस दौरान देखा गया कि घर पर मोहल्ला पड़ौस के लोग जमा थे जो कर्मचारी पन्नालाल की रो-रोकर आहत हो चुकी पत्नी को ढांढस बंधा रहे थे। कर्मचारी की पत्नी ने बताया कि उनके पति शुक्रवार की दोपहर करीब ०२ बजे दमोह से तेजगढ़ ड्यूटी के लिए निकले थे और कहकर गए थे कि रात ०९ बजे तक वापस आ जाएंगे। पत्नी का कहना है कि वह आम दिनों की तरह ही वह अपनी मोटरसाइकिल से तेजगढ़ के लिए गए थे। लेकिन देर शाम नदी में बहने की खबर मिली। खबर सुनकर घर के सभी तेजगढ़ पहुंचे और रातभर वहीं रुके रहे। लेकिन इस दौरान विभाग के किसी भी अधिकारी ने आकर बातचीत नहीं की। परिवार के लोग पुलिस से मिन्नतें करते रहे कि रात में खोजबीन शुरु कर दो लेकिन खोजबीन रात को शुरु नहीं की गई थी। दूसरे दिन शनिवार की सुबह से खोज शुरु हुई है। दोपहर के समय बताया कि अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है इसलिए हम लोग वापस दमोह आ गए।