कलेक्टर की उदारता देख भर आईं वृद्ध महिला की आंखे
दमोह. जिस समय कलेक्टर अपने चैंबर से निकलकर किसी कार्य के लिए कलेक्ट्रेट से जा रहे थे, तभी एक वृद्ध महिला अपनी समस्या लेकर उनके पास पहुंच गई। वृद्धा ने कलेक्टर श्रीनिवास शर्मा से कहा कि मेरा राशन कार्ड नहीं बन रहा है और इस कारण मुझे खाद्यान नहीं दिया जाता है। कलेक्टर शर्मा ने वृद्धा के हाथ मे जो राशन कार्ड तैयार किए जाने के कागज थे उन्हें लिया और कागजों की खामियों को पूरा कर दिया। कलेक्टर ने वृद्ध राधारानी निवासी दतला के कागजों में जानकारी भरने के लिए समीप खड़ी एक कार पर कागज रखे और वृद्धा से कहा कि जाओ माई अब तुम्हें कोई दिक्कत नहीं होगी। इस मामले में बताया गया है कि वृद्धा के राशन कार्ड में दतला की जगह मुडऱ हरदुआ लिख गया था जिसकी वजह से उसे राशन नहीं मिल रहा था। कलेक्टर शर्मा ने स्थान का नाम बदला और अपने हस्ताक्षर कर वृद्धा को राशन कार्ड के कागज दे दिए। कलेक्टर की उदारता भरीं बात सुनकर पीडि़त वृद्ध महिला राधारानी की आंखे भर आईं, दरअसल वृद्ध महिला पिछले कई दिनों से कलेक्टर के अधीनस्थ अधिकारियों के चक्कर काट रही थी, लेकिन उसकी समस्या का समाधान नहीं हो पाया था। यहां विदित हो कि शनिवार को माह का दूसरा शनिवार होने की वजह से शासकीय अवकाश था, लेकिन वृद्धा को इस बात की जानकारी नहीं थी, इसे वृद्धा के प्रयासों का नतीजा ही माना जा सकता है कि जिस समय वृद्धा आई तभी कलेक्टर जमीनी पट्टा वितरण कर कलेक्ट्रेट से बाहर जा रहे थे और वृद्धा की कलेक्टर से मुलाकात हो गई।
दमोह. जिस समय कलेक्टर अपने चैंबर से निकलकर किसी कार्य के लिए कलेक्ट्रेट से जा रहे थे, तभी एक वृद्ध महिला अपनी समस्या लेकर उनके पास पहुंच गई। वृद्धा ने कलेक्टर श्रीनिवास शर्मा से कहा कि मेरा राशन कार्ड नहीं बन रहा है और इस कारण मुझे खाद्यान नहीं दिया जाता है। कलेक्टर शर्मा ने वृद्धा के हाथ मे जो राशन कार्ड तैयार किए जाने के कागज थे उन्हें लिया और कागजों की खामियों को पूरा कर दिया। कलेक्टर ने वृद्ध राधारानी निवासी दतला के कागजों में जानकारी भरने के लिए समीप खड़ी एक कार पर कागज रखे और वृद्धा से कहा कि जाओ माई अब तुम्हें कोई दिक्कत नहीं होगी। इस मामले में बताया गया है कि वृद्धा के राशन कार्ड में दतला की जगह मुडऱ हरदुआ लिख गया था जिसकी वजह से उसे राशन नहीं मिल रहा था। कलेक्टर शर्मा ने स्थान का नाम बदला और अपने हस्ताक्षर कर वृद्धा को राशन कार्ड के कागज दे दिए। कलेक्टर की उदारता भरीं बात सुनकर पीडि़त वृद्ध महिला राधारानी की आंखे भर आईं, दरअसल वृद्ध महिला पिछले कई दिनों से कलेक्टर के अधीनस्थ अधिकारियों के चक्कर काट रही थी, लेकिन उसकी समस्या का समाधान नहीं हो पाया था। यहां विदित हो कि शनिवार को माह का दूसरा शनिवार होने की वजह से शासकीय अवकाश था, लेकिन वृद्धा को इस बात की जानकारी नहीं थी, इसे वृद्धा के प्रयासों का नतीजा ही माना जा सकता है कि जिस समय वृद्धा आई तभी कलेक्टर जमीनी पट्टा वितरण कर कलेक्ट्रेट से बाहर जा रहे थे और वृद्धा की कलेक्टर से मुलाकात हो गई।