वन अमले की निगाहों से हुआ ओझल खमरिया मौजी लाल गांव पहुंचने के बाद तेंदूआ वन अमले की निगाहों से ओझल हो गया था और दोबारा रेस्क्यू टीम की जद में नहीं आया। इसके बाद वन अमले द्वारा तेंदूआ के पगमार्क देखे गए, जो भैंसखार गांव से होकर जंगल की ओर मिले। इधर तेंदूए के जंगल में दाखिल होने के बाद वन अमले ने राहत की सांस ली है और कहा है कि तेंदूआ रहवासी इलाके से दूर हो चुका है।
पांच ग्रामीणों पर मारा झपट्टा तेंदूआ ने सबसे पहले २६ जनवरी की दोपहर देवरान गांव के तीन लोगों को घायल किया था। वहीं दो लोगों को तेंदूआ ने तेजगढ़ थाना के खमरिया गांव में घायल किया। इस तरह तेंदूआ ने पांच लोगों पर हमला किया। गनीमत रही कि इन सभी पांच लोगों को तेंदूआ ने पकडऩे के लिए झपट्टा मारा था जिसकी वजह से पंजे लगने की वजह से यह घायल हो गए। घायल सभी तेंदूआ के जबड़े तक नहीं पहुंच सके वरना बड़ी अनहोनी हो सकती थी।
वर्जन
तेंदूआ के जो पगमार्ग मिले वह तेजगढ़ के जंगल की ओर जाने के मिले हैं, जिससे नौरादेही अभयारण्य का जंगल लगा हुआ है। संभावना है कि वह नौरादेही की सीमा में पहुंच जाएगा। फिलहाल हमारे जिले की टीम अलर्ट है और तेंदूआ के पगमार्ग के अनुसार पीछे लगी हुई है।
महेंद्र सिंह उइके, डीएफओ दमोह