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दमोह

मलेरिया वैसे तो सब जानते हैं, लेकिन यह जानना भी है जरूरी-

बुखार आने पर मलेरिया की जांच करायेंए लें पूर्ण उपचार स्वास्थ्य विभाग ने की एडवाईजरी जारी शहर के मुख्य मार्गों से निकाली रैली

दमोहApr 25, 2019 / 10:28 pm

lamikant tiwari

Malaria is well known, but it is also necessary to know-

Malaria is well known, but it is also necessary to know-

दमोह. विश्व मलेरिया दिवस पर शहर के मुख्य मार्गों से जागरुकता रैली निकाली गई। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की मौजूदगी रही। सीएमएचओ डॉ. आरके बजाज ने बताया है कि विश्व मलेरिया दिवस 25 अप्रैल को मनाया जाता है। जिले में मलेरिया से बचाव के संबंध में जागरूकता रैली निकालकर मलेरिया जन-जागृति गतिविधियों की शुरूआत की गई। उन्होंने मलेरिया से बचाव के संबंध में एडवाईजरी जारी करते हुए आमजनों को दी जा रही है। जिसमें हिदायतों को अपनाने की अपील की है। जिससे आप सभी के सहयोग से जिले में इस वर्ष की थीम शून्य मलेरिया को सार्थक किया जा सके। डा. बजाज ने बताया कि बुखार आने पर खून की जांच कराएं। जांच में मलेरिया पाये जाने पर पूर्ण उपचार लें। दवा खाली पेट कतई न लें।
इसके अलावा जिला मलेरिया अधिकारी यामिनी सिलारपुरिया ने बताया कि मलेरिया तेज बुखार वाली बीमारी है जो संक्रमित मादा एनॉफिलीज मच्छर के काटने से फैलता है। यदि जल्द एवं पर्याप्त उपचार नहीं किया गया तो मलेरिया जानलेवा भी हो सकता है। ठण्ड के साथ बुखार, कंपकंपी, सिरदर्द, बदन दर्द व उल्टी होना मलेरिया के प्रमुख लक्षण हैं। इसलिए मच्छरों से काटने से बचाव के साथ ही मच्छर को पनपने से रोकने साफ.-सफाई का भी विषेष ख्याल रखना जरूरी होता है।
रखे सावधानियां-
यामिनी सिलारपुरिया ने बताया कि मच्छरों को बढऩे से रोकें, पानी रखने के सभी बर्तनो, टंकियों को ठीक से ढक्कन लगाकर रखना चाहिए। घर के आस-पास सभी जल-जमाव वाले क्षेत्र जैसे हैण्डपम्प, कुआं में पानी जल जमाव न हो सके इसके लिए पानी की निकासी करें अथवा घर के आसपास सभी गड्ढों को भर दें। पानी की निकासी संभव न होने पर जला हुआ तेल डालने से लार्वा पनप नहीं पाते। कूलर, फूलदान, नांद से पानी की निकासी कर सप्ताह में एक बार सुखा लेने से जमे हुए पानी से लार्वा का नष्ट होता है।
मच्छरों के काटने से बचे-
उन्होंने बताया कि मच्छरदानी के अंदर सोने की आदत डालें। ग्रामीण क्षेत्रों में कीटनाशक मच्छरदानी का वितरण कराया गया है जो कि मच्छरों से बचाव का बेहद कारगर तरीका है। घर के दरवाजे और खिड़की पर छोटे छिद्र वाली जाली लगाने से मच्छरों के प्रवेश पर रोक लगती है। बुखार की स्थिति में नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में मलेरिया के लिए तुरंत अपने खून की जांच कराएं। मलेरिया की पुष्टि होने पर मलेरिया रोधी दवा का सेवन अवश्य करें। ध्यान रखें मलेरिया की दवा कभी भी खाली पेट न लें। ग्राम में भी आषा के पास मलेरिया की जांच उपलब्ध है। इसका लाभ लें। यदि आपके क्षेत्र में बुखार से रोगियों की संख्या बढ़ रही है तो तुरंत स्वास्थ्य कार्यकर्ता को सूचित करें।
निकाली गई जागरूकता रैली-
इस वर्ष की थीम शून्य मलेरिया की शुरूआत को लेकर आमजनों को मलेरिया से बचाव के लिए जन-जागृति लाने के उद्देश्य से जागरूकता रैली निकाली गई। रैली को सिविल सर्जन डॉ. ममता तिमोरी ने हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। इस दौरान जिला मलेरिया अधिकारी यामिनी सिलारपुरिया मौजूद रहीं। रैली में शामिल, शहरी आशा कार्यकर्ताओं ने हाथों में तख्तियां ले रखी थीं। जिसमें मच्छरों से बचाव से संबंधित संदेशों के जरिए आमजनों को जागरूक करने का प्रयास किया गया। रैली मलेरिया कार्यालय परिसर से घंटाघर होकर मलेरिया कार्यालय में सम्पन्न हुई। जहां आशा कार्यकर्ताओं को मलेरिया से बचाव के लिए अपनाए जाने वाले उपायों, औषधियों एवं दी जाने वाली खुराकों के बारे में विशेष जानकारी दी गई।

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