बाघ की निगरानी में लगे रैंजर प्रेमलाल चौधरी ने बताया है कि रविवार को बाघ पथरिया थाना क्षेत्र के जेरठ गांव में था और यहां से वह नरसिंहगढ़ चौकी क्षेत्र से होते हुए हटा तहसील के बडग़ांव से होकर हिंडोरिया थाना क्षेत्र पहुंच गया था, जो मंगलवार को पन्ना जिले के रैपुरा से निकल गया है। उन्होंने बताया कि बाघ अब जिले की सीमा से बाहर चला गया है।
बाघ के जिले में पहुंचने के संबंध में बताया जाता है कि करीब डेढ़ माह पहले यह बाघ रैपुरा के रास्ते दमोह पहुंचा था। लेकिन अब बाघ उन्हीं रास्तों से वापिस पन्ना टाइगर रिजर्व जा रहा है जिन रास्तों से आया था। इस संबंध में वन विभाग के अधिकारी बताते हैं कि बाघ जिन रास्तों से निकलता है वहां की पहचान उसे याद रहती है और वह वापिस भी उन्हीं रास्तों से होता है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार अब जिले के नौरादेही अभयारण्य में ही बाघ हैं जिनकी संख्या तीन होना बताई जा रही है। एक बाघ व एक बाघिन नौरादेही में बांधवगढ़ व कान्हा नेशनल पार्क से चार माह पहले लाए गए थे। वहीं एक बाघ जो बगैर कॉलर आईडी के था वह करीब दो माह पहले नौरादेही अभयारण्य में पहुंच गया था। जो आठ दिन पहले सर्रा रैंज में देखा गया था।