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दमोह

कैसे बचाए गृहस्थी जब बारिश से बचने छप्पर ही नहीं

कुटीर की आस में तोड़ ली झोपडिय़ां और इधर बारिश शुरू होने से पहले जारी नहीं हुई किस्त

दमोहJun 14, 2019 / 07:48 pm

pushpendra tiwari

बारिश को लेकर चिंतित

बारिश को लेकर चिंतित

दमोह. शहर में कई आवासहीन ऐसे हैं जिन्होंने विधानसभा चुनाव के पहले ही अपनी झोपडिय़ों को तोड़ लिया और अब वह बारिश को लेकर चिंतित हैं। दरअसल कई ऐसे गरीब हितग्राही हैं जिन्हें अभी तक प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ नहीं मिला है। इस मसले को लेकर पत्रिका ने शहर के कुछ इलाकों का जायजा लिया। शोभानगर निवासी राकेश रैकवार ने बताया कि मैंने दो साल पहले योजना के तहत आवेदन किया था। विधानसभा चुनाव के पहले मुझसे कहा गया था कि किस्त जारी होने वाली है। इसी उम्मीद से मैंने अपना कच्चा मकान तुड़वा दिया। लेकिन ८ माह होने को हैं किस्त नहीं मिली है। वहीं अब बारिश शुरु हो गई और परेशानी उठानी पड़ रही है। फुटेरा वार्ड निवासी कलू पटेल का कहना है कि पार्षद द्वारा कहा गया था कि एक माह के भीतर किस्त की राशि मिल जाएगी। मैंने यह सोचकर छप्पर तोड़ दिया था कि पैसा मिलते ही पक्का कमरा बनना है, इसलिए पहले से तैयारी की थी। लेकिन अब उम्मीद रखना बेइमानी लगता है। बारिश के दिन गुजारने के लिए बाहर जाना पड़ेगा।
यही स्थिति प्राइवेट बस स्टैंड के समीप स्थित मोहल्ले के विक्रम, मंगल ने बताया कि कुछ माह पहले एक किस्त मिली थी। किस्त की राशि से पुराना कच्चा मकान तोड़ दिया था और कुछ काम कराया। लेकिन दूसरी किस्त नहीं मिली जिसकी वजह से बारिश में काफी परेशानी उठानी पड़ेगी।
विदित हो कि इन लोगों की तरह शहर के अधिकांश वार्डों में गरीब तबके के लोगों को आने वाली बारिश परेशानियों भरी होना तय है।
एक किस्त ने बिगाड़ी स्थिति
विधानसभा चुनाव से ठीक पहले शहर में करीब 1500 से अधिक हितग्राहियों को एक किस्त जारी कर दी गई थी। ऐसे हितग्राहियों को एक लाख रुपए पहली किस्त के रुप में मिला और इन्होंने अपने कच्चे मकान को तोड़कर पक्का मकान बनाने का कार्य शुरु कर दिया। लेकिन दूसरी किस्त जारी नहीं हुई। अब स्थिति यह है कि ऐसे हितग्राहियों के मकान आधे अधूरे पड़े हुए हैं।
ठंड गर्मी तो कट गई बारिश मुश्किल भरी
कच्चा मकान तोडऩे के बाद लोगों ने किसी तरह ठंड और गर्मी का मौसम तो कांट लिया। लेकिन बारिश का मौसम काट पाना इतना आसान नहीं है। गुरुवार को हुई पहली ही बारिश ने ऐसे लोगों को छप्पर नहीं होने के कारण तकलीफों से वाकफ करा दिया। बारिश के पानी में गृहस्थी का सामान भीग गया।
यह है योजना की स्थिति
आवास योजना प्रभारी सब इंजीनियर सुशील अग्रवाल ने बताया है कि शहर के ८४०० लोगों को योजना का लाभ दिए जाने के लिए चिंहित किया गया है। इनमें से करीब 2700 लोगों को एक किस्त व दो किस्त जारी हुई है। इन्हें एक से डेढ़ लाख की राशि जारी हो चुकी है। अभी 5000 से अधिक लोगों की किस्त जारी होना है। योजना के तहत ढाई लाख रुपए का लाभ चिंहित लोगों को मिलना है।
वर्जन
आवंटन नहीं होने की वजह से किस्त जारी नहीं हुई है। शीघ्र ही किस्त जारी होगी। यह बात सही है कि लोगों ने पहली किस्त मिलने पर कच्चा मकान तोड़कर पक्का कमरे बनाना शुरु कर दिए थे।
सुशील अग्रवाल, योजना प्रभारी

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