रेलवे ब्रिज की ऊंचाई सड़क पुल से अधिक है और इस कारण लोग पैदल व दो पहिया से रेलवे पटरियों के ब्रिज से होकर निकल रहे हैं। जबकि रेलवे ब्रिज से होकर निकलना कभी भी जानलेवा हो सकता है। कटनी बीना रेलवे ट्रैक पर गाड़ियों की जमकर आवाजाही होती है। खास तौर से यह ट्रैक माल गाड़ियों की आवाजाही के लिए व्यस्ततम यातायात ट्रैक माना जाता है। यह जानते हुए भी लोग रेलवे ट्रैक से होकर निकल रहे हैं।
सड़क मार्ग हो चुका है बंद
शनिवार रविवार को यहां से होते हुए लोगों को निकलते देखा गया। जिसमें बच्चे जवान, बूढ़े सभी ट्रैक पर सर निकल रहे थे। कोई अपनी टू व्हीलर को रेल पटरियों के बीच से दौड़ रहा था, तो कोई पैदल ही नदी पार करने के लिए भाग रहा। यह स्थिति यहां हर उस समय बन जाती है जब सुनार नदी का जलस्तर बढ़ने पर सड़क मार्ग बंद हो जाता है।
यहां पर है एक सैकड़ा से अधिक गांव
खास बात यह है कि सड़क मार्ग के दोनों तरफ पुलिस बल भी मौजूद रहता है, लेकिन रेलवे ट्रैक से होकर निकल रहे लोगों के लिए किसी के द्वारा भी रोक-टोक नहीं की जा रही है। बता दें कि नदी के दोनों ओर एक सैकड़ा से अधिक गांव है। नदी उफान पर होने पर इन गांवों का संपर्क तहसील व जिला मुख्यालय से टूट जाता है और इसके चलते लोग रेलवे ट्रैक को आम रास्ता बना लेते हैं।
बताया जाता है कि स्थानीय लोगों ने कई बार सड़क के कुल को ऊंचा किया जाने के लिए गुहार लगाई ल, लेकिन ग्रामीणों की मांग को अब तक तवज्जो नहीं दिया गया है। बता दें कि पूर्व में रेलवे ट्रैक पर कई गंभीर हादसे हो चुके हैं और वर्तमान परिस्थितियों के चलते हादसा कभी भी हो सकता है।