10 साल से 2 किमी सड़क निर्माण में फंसा पेंच 24 गांव के ग्रामीण परेशान
पक्की सड़क बनाने में दो किसानों की एक एकड़ भूमि बनी बाधक
Screw stuck in 2 km road construction for 10 years
दमोह/ बनवार. कुसमी बांध का निर्माण होने पर सगरा से सगौनी की पक्की सड़क भी 10 साल पहले डूब में आ गई थी। जिससे बांध के ऊपर से कच्ची सड़क से आवागमन करना पड़ रहा है। पक्की सड़क निर्माण में दो किसानों की एक एकड़ जमीन आड़े आ रही है, जिससे 24 गांव के ग्रामीणों को कच्ची सड़क बारिश के दिनों में दुखदाई बन जाती है।
कुसमी तालाब बांध का निर्माण जलसंसाधन विभाग द्वारा कराया गया था। इस बांध में लोक निर्माण विभाग की पक्की सड़क भी डूब में आ रही थी। जिसमें विभाग से एनओसी नहीं ली गई और बांध का निर्माण करने से 2 किमी लंबी सड़क डूब गई। इसके बाद ग्रामीणों का रोष बढ़ा तो लोक निर्माण विभाग ने बगैर स्वीकृति के वैकल्पिक व्यवस्था के तहत तालाब की पार पर ही बीएमडब्ल्यू रोड का निर्माण करा दिया गया था। तालाब के बांध पर नियम विरुद्ध बनी बीएमडब्ल्यू सड़क की मरम्मत के लिए कोई बजट स्वीकृत नही होने की वजह से इसमें भारी गड्ढे हो गए हैं।
तालाब में वाहन गिरने के बाद लगे बोर्ड
करीब 5 साल पहले मैजिक वाहन इसी सड़क से तालाब में गिर गया था, जिसमें 12 से अधिक लोग घायल हुए थे। इसके बाद इस तालाब की पार से चार पहिया वाहन को प्रतिबंधित करते हुए केवल मोटर साइकिलों के आगमन की अनुमति देने का नोटिस बोर्ड लगाया गया था।
अस्पताल व स्टेशन का इकलौता मार्ग
ग्रामीण गोविंद तिवारी ने बताया कि 24 गांव के लोगों को रेलवे स्टेशन पटेरिया सगौनी, अस्पताल व मुख्य बाजार आने-जाने के लिए यही इकलौता मार्ग है। इसके अलावा बच्चों को स्कूल जाने के लिए भी इसी रास्ते से आना जाना पड़ता है।
बांध के नीचे सड़क बनना विकल्प
ग्रामीण सुरेश यादव व जमना यादव ने बताया कि बांध के नीचे से ही सड़क बनाया जाना एक मात्र समस्या के समाधान का विकल्प है। 85 प्रतिशत कृषि भूमि तालाब में डूब चुकी है। शेष 15 प्रतिशत भूमि वाले दो किसानों की एक एकड़ भूमि का अधिग्रहण सड़क निर्माण के लिए नहीं किया जा रहा है।
कई बार पत्र लिख चुके विधायक
हटा विधायक पीएल तंतुवाय बताते हैं कि 24 गांव के लोगों को पक्की सड़क से जोडऩा उनकी प्राथमिकता में है, वह कई बार पत्र लिख चुके हैं। यदि सड़क के लिए भूमि नहीं मिल रही है तो ओवर ब्रिज बनाने तक की मांग मुख्यमंत्री से भी कर चुका हूं लेकिन इस मामले में अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है।