व्यंजन मेला रहा खास
इस मेले का मुख्य आकर्षण देशी, विदेशी व सिंधी व्यंजनों के स्टॉल रहे। जहां पर लगाई दुकानों में बाजार से आधे दामों में खाने-पीने की वस्तुएं परोसी गईं। जो अपने आप में सिंधी समाज को उल्लास के साथ यह संस्कृति दर्शा रही थी कि साल में एक ऐसा दिन है जिसमें सिंधी समाज को कोई बड़ा या छोटा नहीं है हर चीज हर व्यक्ति के बजट के अंदर उपलब्ध हो रही थी।
अनवरत चल रहे हैं कार्यक्रम
झूलेलाल जयंती के उपलक्ष्य में पूर्व कार्यक्रमों की श्रखंला चल रही है। 9 मार्च से कार्यक्रम झूलेलाल मंदिर में चल रहे है। मंगलवार को सिंधु महोत्सव मेला भी उसी कड़ी का कार्यक्रम था। 19 मार्च को झूलेलाल जयंती धूमधाम से मनाई जाएगी।
मां कर्मादेवी जयंती पर जिले भर में आयोजित हुए कार्यक्रम
दमोह. साहू समाज की आराध्य देवी मां कर्मादेवी की जयंती जिले भर में धूमधाम से मनाई गई। दमोह शहर में सुबह से साहू समाज की धर्मशाला में सार्वजनिक कार्यक्रम आयोजित किए गए। इसके बाद भव्य शोभायात्रा निकाली गई। बड़े पुल के पास स्थित साहू समाज के द्वारा आराध्य देवी मां कर्मादेवी की जयंती के उपलक्ष्य में पहले हवन पूजन के कार्यक्रम आयोजित किए गए। इसके बाद शोभायात्रा निकाली गई। इस बार साहू समाज ने एक दिन पहले सामाजिक सरोकार के तहत बड़ी संख्या में ब्लड बैंक में उपस्थित होकर रक्तदान भी किया गया था। दोपहर में निकाली गई शोभायात्रा में सुसज्जित रथ पर भगवान श्रीकृष्ण व कर्मादेवी की सजीव झांकी का चित्रण किया गया था। पीले झंडे शोभायात्रा को भव्यता प्रदान कर रहे थे।
दमोह. साहू समाज की आराध्य देवी मां कर्मादेवी की जयंती जिले भर में धूमधाम से मनाई गई। दमोह शहर में सुबह से साहू समाज की धर्मशाला में सार्वजनिक कार्यक्रम आयोजित किए गए। इसके बाद भव्य शोभायात्रा निकाली गई। बड़े पुल के पास स्थित साहू समाज के द्वारा आराध्य देवी मां कर्मादेवी की जयंती के उपलक्ष्य में पहले हवन पूजन के कार्यक्रम आयोजित किए गए। इसके बाद शोभायात्रा निकाली गई। इस बार साहू समाज ने एक दिन पहले सामाजिक सरोकार के तहत बड़ी संख्या में ब्लड बैंक में उपस्थित होकर रक्तदान भी किया गया था। दोपहर में निकाली गई शोभायात्रा में सुसज्जित रथ पर भगवान श्रीकृष्ण व कर्मादेवी की सजीव झांकी का चित्रण किया गया था। पीले झंडे शोभायात्रा को भव्यता प्रदान कर रहे थे।