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दमोह

कुल्हाड़ी लेकर को-ऑडिनेटर को धमकाने पहुंचा सरपंच पुत्र

सरपंच के परिवार ने ही बनवा लिए चार पीएम आवास

दमोहMay 11, 2019 / 02:50 pm

Samved Jain

तेंदूखेड़ा. ग्राम पंचायत बिलतरा गांव की महिला सरपंच का पुत्र व पति कुल्हाड़ी लेकर ब्लॉक को-आर्डिनेटर को धमकाने पहुंच गए।
बिलतरा गांव की महिला सरपंच के परिवार में चार प्रधानमंत्री आवास स्वीकृत हो चुके हैं, एक आवास के मामले में जांच की गई, जिसमें फर्जीवाड़ा पाए जाने पर वसूली का नोटिस दिया गया है, लेकिन सरपंच का पुत्र व पति ब्लॉक को-आर्डिनेटर के घर कुल्हाड़ी लेकर पहुंच गए और किस्त डालने का दबाव बनाने लगे।
ब्लॉक को-आर्डिनेटर रोहित यादव के घर 5 मई को सरपंच का पुत्र प्रमोद उर्फ भूरा व पति लाखन प्रधानमंत्री आवास की दूसरी किस्त डलवाने के लिए दबाव बनाने पहुंच गए थे। जिसकी शिकायत जपं सीइओ मनीष बागरी, थाना प्रभारी व जिपं सीइओ को प्रेषित की है। जिसमें ग्राम पंचायत के सरपंच और सचिव से पीएम आवास में फर्जीवाड़ा करने पर 2 लाख 90 हजार रुपयों की वसूली की भी कार्रवाई की गई है। सबसे बड़े आश्चर्य की बात यह है कि सरपंच सचिव ने जिस व्यक्ति को 2014 में मौत हो गई थी उसी के नाम से भी वर्ष 2016 .17 में पीएम आवास स्वीकृत कराकर 40 हजार की किस्त डकार ली। सरपंच पुत्र जिस पीएम आवास की दूसरी किस्त मांग रहा है, उसकी जांच के बाद ग्राम 4 अक्टूबर 2018 को जांच प्रतिवेदन बनाकर जारी की गई किस्त के 25 हजार रुपए वसूल किए जाने की कार्यवाही की जा चुकी है। वर्तमान सरपंच लीला बाई को इंदिरा आवास योजना के तहत 2014-2015 में इंदिरा आवास स्वीकृत हो चुका है। सरपंच बनने के बाद लीला बाई के पति लाखन के नाम पर 2018 से 2019 में 1 लाख 20 हजार रुपया का पीएम आवास स्वीकृत हुआ था। जिसकी पहली किस्त 25 हजार रुपए जारी की गई थी। जबकि नियमानुसार किसी परिवार में एक आवास स्वीकृत हो सकता है। जांच के बाद 2018 जारी की गई 25 हजार रुपयों की किस्त की वसूली कार्रवाई जनपद सीईओ द्वारा की गई थी। जिसमें बैंक द्वारा किस्त को लाखन के कर्जे में समाहित कर लिया था। सरपंच पुत्र प्रमोद को भूरा के नाम से 2018-2019 में पीएम आवास स्वीकृत हुआ था। इसकी सभी किस्त जारी हो गई हैं। साथ ही आवास भी कंप्लीट हो चुका है। इसके अलावा सरपंच के दूसरे पुत्र मनोज को भी वर्ष 2018-19 में एक और पीएम आवास स्वीकृत हुआ था। जिसको 1 लाख 20हजार में से 1 लाख 5 हजार जारी किए जा चुके हैं। आवास अभी निर्माणाधीन है। सरपंच के एक ही परिवार में 4 आवास स्वीकृत हो चुके हैं। इसी दौरान जांच में यह खुलासा हुआ था कि सरपंच के ससुर लसगरिया के नाम से वर्ष 2016-17 में पीएम आवास स्वीकृत कराया था इसकी पहली किस्त 40 हजार रुपए निकालकर हड़प ली थी।
पीएम आवास कोऑर्डिनेटर रोहित यादव ने बताया कि कि सरपंच पुत्र शराब के नशे में 5 मई को आया था। कुल्हाड़ी की धौंस पर किस्त डलवाने दवाब बना रहा था, जबकि उसकी वसूली का नोटिस दिया गया है।

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