मुख्यमंत्री से मिलकर लौटे अध्यक्ष, 10 दिन में दौड़ेंगी ट्रकें
बीटीओए अध्यक्ष बताया कि ट्रक मालिकों की समस्याओं को
हर संभव मंच में रखने के बाद वन मंत्री की उपस्थिति
में मुख्यमंत्री से मुलाकात कर स्थिति से अवगत कराया
absence of buyer complaints
बचेली. रविवार को सदस्यों का हंगामे के बीच आरोप झेलने के बाद प्रेस नोट जारी कर बीटीओए अध्यक्ष राकेश सिंह गौतम ने बताया कि ट्रक मालिकों की समस्याओं को हर संभव मंच में रखने के बाद शनिवार को वन मंत्री महेश गागड़ा की उपस्थिति में मुख्यमंत्री रमन सिंह से मुलाकात कर स्थिति से अवगत कराया।
इसके साथ ही सीएम को केंद्रीय इस्पात मंत्री के लिखे पत्र को भी दिखाया। इसके बाद उन्होंने पड़ताल कर बताया के आपके द्वारा ढुलाई करने वाले लम्प अयस्क का खरीददार न होने की वजह से दिक्कतें आई हैं।
उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्द ही ट्रक मालिकों के हित में निर्णय लिया जाएगा और मुझे उम्मीद है कि परिणाम 10 दिन के भीतर ही देखने को मिलेगा, क्योंकि हमारे लगातार किए गए प्रयास और दबाव के चलते एनएमडीसी को अब पहली बार घरेलू फैक्ट्रियों के लिए 6-18 साइज ओर माल सड़क माध्यम से भेजने का फैसला लेना पड़ा जो एक ऐतिहासिक फैसला है।
इससे पहले उक्त किस्म का लौह अयस्क सड़क माध्यम से कभी नहीं भेजा गया इसके आलावा प्रोटोकॉल में एनएमडीसी के माध्यम से सुकमा भेजे गई वाहनों का साढ़े 5 करोड़ रुपए का भुगतान करने एनएमडीसी मुख्यालय हैदराबाद में कमेटी बनाई गई है जहां सभी पीडि़त सदस्यों के बिल पहुंच चुके हैं।
इसके लिए भी हमारी पूरी कार्यकारिणी अब भी दबाव बनाए हुए हैं, जिसके चलते जल्द से जल्द भुगतान होने के आसार बने हैं। वर्तमान कार्यकारिणी ने प्रत्येक मंच पर माल ढुलाई करने के लिए हर संभव प्रयास किया मगर हर बार एनएमडीसी की तकनीकि चालों से हमारे साथ धोखा किया।
इसके चलते ही आर्थिक तंगी से गुजर रहे सदस्यों का आक्रोश हमें झेलना पड़ा। अध्यक्ष ने यह भी कहा कि इस बार अगर एनएमडीसी अपने वादे से मुकरता है तो बैलाडिला से पूरी तरह लौह अयस्क का परिवहन रोक दिया जाएगा और उग्र आंदोलन किया जाएगा।
यूनियन कार्यालय में हुई हंगामे पर जताया खेद
रविवार को हुए घटनाक्रम पर दु:ख व्यक्त करते बीटीओए अध्यक्ष ने कहा कि कुछ राजनीतिक लोग परिस्थिति का फायदा उठाने के लिए कुछ दर्जनभर लोगों को शराब पिलाकर जबरन हंगामा करवाया।
अब लगा रहे आरोप
इन्हीं के बीच मौजूद सत्ताधारी पार्टी के बचेली नगर पालिका के अध्यक्ष ने विगत जुलाई में बीटीओए का चुनाव हारने के बाद इस माह के अंतिम समय पर नींद से जागकर आरोप लगा रहे हैं, हम उन्हें बताना चाहते हैं कि एक साल तक सदस्यों के बुरा हाल पर चुपचाप बैठे रहे और अब चुनाव आने के समय पर अप्रत्याशित जोश दिखा रहे हैं, इस्तीफे की मांग कर रहे हैं।
यही जोश ट्रक मालिकों को काम दिलाने में करना चाहिए था, सत्ताधारी दल भाजपा के संवैधानिक प्रतिनिधि होने के बाद भी उन्होंने बुरी परिस्थिति से गुजर रहे ट्रक मालिकों के लिए एक भी जगह प्रयास में शामिल नहीं हुए ना कोई सवाल किया अपनी अकड़ में ट्रक मालिकों को सड़क पर आते तक भी अपने सांसद, मंत्रियों और सीएम से बात करने आगे नहीं आए।
हमने प्रदेश के मुखिया से बात की और उन पर भरोसा किया जबकि भाजपा और अब चुनावी लाभ लेने ट्रक मालिकों का हमदर्द बन बैठे हैं। हमने भारत भ्रमण इसलिए किया क्योंकि हमने हर दरवाजे पर दस्तक दी जहां से ट्रक मालिकों के दुर्दशा से निजात के लिए कुछ उम्मीद की किरण मिलती थी। रविवार को यूनियन कार्यालय में हुआ हंगामा दुर्भाग्यजनक था।