रोड सेफ्टी वर्ल्ड सीरीज का आगाज आज, रायपुर में पहली बार उतरेंगे सचिन, बांग्लादेश से होगा मुकाबला यह हादसा उस वक्त हुआ जब गुरुवार दोपहर करीब 12 बजे जवानों का एक समूह आम के पेड़ की छांव में भोजन कर निकलने लगा। अन्य जवान भोजन के बाद पेड़ से कुछ दूर निकल गए, लेकिन लक्ष्मीकांत द्विवेदी कुछ देर सुस्ताने लग गये। इसी दौरान आईईडी के स्विच पर उनका पांव पड़ने से जोरदार धमाका हुआ और जवान का शरीर क्षत-विक्षत होकर बिखर गया। संयोग से कुछ ही सेकंड पहले उसी आम के पेड़ के नीचे से हटे अन्य जवान बाल-बाल बच गए। एसपी डॉ अभिषेक पल्लव ने घटना की पुष्टि की है।
कोरोना से ठीक के बाद भूलकर भी न करें ये काम वरना हो जाएंगे इस बीमारी के शिकार जवानों पर थी नक्सलियों की करीबी नजर
समझा जा रहा है कि पुल निर्माण कार्य मे लगे मजदूरों व मशीनों की सुरक्षा में लगे जवानों की गतिविधियों पर नक्सली बारीकी से नजर रखे हुए थे और उनके सुस्ताने की संभावना वाली जगह पर आईईडी प्लांट किया हुआ था। नक्सली अपने इस मंसूबे में सफल भी हो गए। सबसे खतरनाक बात यह है कि पाहुरनार गांव में जिस जगह पर नक्सलियों ने इस करतूत को अंजाम दिया, वहां से बमुश्किल 200 मीटर की दूरी पर गांव की आबादी वाला इलाका स्थित है।