कवासी आंदोलन का नेतृत्व करें, भूपेश अनुमति ना दें तो इस्तीफा दें: जोगी
जोगी ने राज्य सरकार पर हमला बोलेते हुए कहा कि सरकार बनने से पहले भूपेश कहते थे कि अडानी को एक भी खदान नहीं लेने दूंगा लेकिन सरकार बनने के बाद उसी अडानी को पांच महीने में पांच-पांच खदाने दे दी। जोगी बोले मेरे पांव नहीं चलते फिर भी व्हीलचेर पर 400 किलोमीटर का सफर तय करके बैलाडीला पहुंचा हूं, अब अपनी अंतिम सांस तक बस्तर के अधिकार और अस्तित्व की लड़ाई लड़ता रहूंगा।
जोगी ने कवासी को बताया अपना छोटा भाई
अजीत जोगी की मौजूदा मंत्री कवासी लखमा और समाजसेवी सोनी सोढ़ी से नजदीकियां जगजाहिर हैं। शनिवार को भी उन्होंने क्षेत्रीय मंत्री कवासी लखमा और सोनी सोढ़ी की आदिवासियों के प्रति समर्पण की जमकर प्रशंसा करते हुए कहा कि उनको भी अडानी की लीज रद्द करने के लिए लडऩा चाहिए। भले ही उनको मंत्री पद से इस्तीफा ही क्यों न देना पड़े। पद तो आते-जाते रहते हैं लेकिन बस्तर को बचाना ज़रूरी है। जोगी ने कहा कि ये बात मुझसे कहीं बेहतर कवासी लखमा समझते हैं। लखमा मेरे छोटे भाई हैं और मैं उम्मीद करता हूं कि वो बड़े भाई की बात मानेंगे।