जवानों और नक्सलियों के बीच करीब 40 मिनट तक गोलीबारी चलती रही। लगभग आधे घंटे तक चले मुठभेड़ में CAF के आरक्षक सलीम लकड़ा के पीठ पर और आरक्षक किशन सूर्यवंशी के दाहिने कान के पीछे गोली लगी। आंतरिक जांच में पाया गया की घटना को अंजाम देने के लिए नक्सली पहले से ही तैयारी कर बैठे थे। नक्सलियों ने कैंप तक पहुंचने वाली कच्ची सड़क के बीच ट्रैक्टर खड़े कर दिया था ताकि सड़क बाधित हो सके। इसके आलावा मार्ग पर गड्ढा भी कर रखा था, ताकि बैकअप पार्टी घटनास्थल तक समय से पहुँच न सके।