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दंतेवाड़ा

नक्सलवाद के गढ़ से भी निकलेंगे मेडिकल और इजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाले बच्चे

उनकी यह उपलब्धि इस मायनों में भी विशेष है क्योंकि ज्यादातर बच्चे सुदूर नक्सल प्रभावित इलाकों से आते हैं। जिले में कुल 49 बच्चों ने जेईई मेन्स की परीक्षा में हिस्सा लिया था जिसमें से 11 बच्चों को सफलता मिली है ।

दंतेवाड़ाMay 01, 2019 / 02:06 pm

Deepak Sahu

jee mains 2019

नक्सलवाद के गढ़ से भी निकलेंगे मेडिकल और इजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाले बच्चे

दंतेवाड़ा. ज्यादातर नक्सली वारदातों की वजह से चर्चा में रहता है लेकिन इस बार इस इलाके की चर्चा की वजह सकारात्मक है।सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाली बच्चों ने इंजीनियरिंग की जे ई ई मेंस परीक्षा में सफलता हांसिल कर दंतेवाड़ा जिले का नाम रौशन किया है।

उनकी यह उपलब्धि इस मायनों में भी विशेष है क्योंकि ज्यादातर बच्चे सुदूर नक्सल प्रभावित इलाकों से आते हैं। जिले में कुल 49 बच्चों ने जेईई मेन्स की परीक्षा में हिस्सा लिया था जिसमें से 11 बच्चों को सफलता मिली है । उत्तीर्ण हुए 11 बच्चों में से 3 छात्राएं और 8 छात्र हैं।
पास हुए सभी बच्चे जेईई एडवांस की तैयारी में दोगुना जोश के साथ जुट गए हैं।सफल हुए ज्यादातर बच्चे कोंडागांव और बारसूर जैसे धुर नक्सली इलाके के रहने वाले हैं।सरकार और सामाजिक संथाओं का प्रयास अब रंग लाने लगा है और नक्सल प्रभावित इलाकों से भी बच्चे नीट,जेईई और पीईटी जैसे प्रतियोगी परीक्षाओं में हिस्सा ले रहे हैं।

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