70 लाख लीटर पानी रोजाना फिल्टर होगा
इस मेगा प्रोजेक्ट के जरिये रोजाना 70 लाख लीटर पानी को साफ कर सप्लाई किया जाएगा। इसके लिए छिंदनार के नजदीक इंद्रावती नदी में इनटेक वेल बनाया गया है। जिससे पानी लेकर कासोली में निर्मित 7 एमएलडी क्षमता वाले फिल्टर प्लांट तक पहुंचाया जाएगा। फिल्टर प्लांट में साफ हुआ पानी संबंधित गांवों के ओवरहेड टंकी तक पहुंचेगा।
जहां से नलों के जरिए पानी की सप्लाई होगी
फिल्टर प्लांट से गीदम समेत 9 गांवों की ओवरहेड टंकियां जोड़ी गई हैं। लाभान्वित होने वाले गांवों में कासोली, छिंदनार, रोंजे, भूतपदर, हारम, हीरानार, घोटपाल, जावंगा भी शामिल हैं। इसके अलावा एजुकेशन सिटी जावंगा को भी साफ पानी की सप्लाई मिल सकेगी। पूरी तरह ड्राई जोन बन चुके नगरीय निकाय गीदम को इस प्रोजेक्ट से सबसे ज्यादा राहत मिलेगी। गांवों की ओवरहेड टंकियों से नलों के माध्यम से घर-घर पेयजल पहुंचेगा। इस बारे में पीएचई के प्रोजेक्ट एग्जीक्यूटिव इंजीनियर जगदीश कुमार का कहना है कि इनटेक वेल और फिल्टर प्लांट बनकर तैयार है। टेस्टिंग के बाद नियमित आपूर्ति भी शुरू हो जाएगी।
इंद्रावती से आएगा रॉ-वाटर
मेगा वाटर प्रोजेक्ट के लिए पानी छिंदनार में इंद्रावती से लिया जाएगा। जिसके लिए छिंदनार में इनटेक वेल भी बनकर तैयार हो चुका है। इनटेक वेल से आने वाले रॉ-वाटर को कासोली में फिल्टर प्लांट में शोधित किया जाएगा। इसके बाद शुद्ध पेयजल की सप्लाई गांवों तक होगी।
2013 में हुआ था भूमिपूजन
कुल 24.94 करोड़ की लागत वाले इस मेगा वाटर प्रोजेक्ट का भूमिपूजन वर्ष 2013 में तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने किया था। लेकिन टेंडर फाइनल होने में देरी की वजह से एक साल बाद ही काम शुरू हो सका।