उदगवां निवासी किसान मोहन प्रजापति (24) सोमवार को खेत में पानी देने की कहकर घर से निकला था। एक दिन तक घर नहीं पहुंचा तो परिजनों ने तलाश की तो पाया कि उसका शव खेत में पड़ा था। सूचना पर मंगलवार की देर शाम जिगना थाना पुलिस मौके पर पहुंची तो पाया कि मृतक के मुंह से खून निकला है व बाएं खंधे में खरोंच का निशान है। पुलिस का कहना है कि मोहन की हत्या नहीं बल्कि उसकी बीमारी से मौत हुई है। बुधवार को शव का पुलिस ने पोस्टमार्टम कराया और शव परिजनों को सौंप दिया। जबकि मृतक के परिजनों ने परिवार के लोगों पर हत्या करने का आरोप लगाया है। आरोपियों के खिलाफ धारा 302 के तहत मामला दर्ज करने व उन्हें गिरफ्तार करने की मांग को लेकर वे दोपहर उदगवां पुलिस चौकी जा पहुंचे। करीब आधा सैकड़ा लोगों ने शव को चौकीपरिसर में रखकर विरोध किया। थाना प्रभारी रविन्द्र शर्मा ने मौजूद लोगों को तीन घंटे तक समझाया तब वे शव लेकर घर गए और अंतिम संस्कार किया।
सूचना मिलने पर एफएसएल अधिकारी डॉ सतीश मान मौके पर पहुंचे। उन्होंने पाया कि शरीर पर खरोंच है पर कहीं चोट का निशान नहीं है। इस बारे में डॉ मान का कहना है कि प्रथम दृष्टया मोहन की मौत किसी बीमारी के चलते हुई है पर पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद स्थिति और साफ हो सकेगी।