संभागायुक्त बी एम शर्मा शुक्रवार को दोपहर करीब १२ बजे तहसील कार्यालय जा पहुंचे। उन्होंने सबसे पहले नजारत शाखा पर नजरें टिका दीं। फाइलें देखीं, रजिस्टर देखे और एसडीएम से सूखा राहत राशि पर चर्चा की। नकल शाखा में पहुंचे कमिश्रर ने पाया कि यहां कर्इ मामलों में किसानों को दो साल से नकल नहीं दी गई है। जब उन्होंने एक केस के बारे में नकल मांगी तो यहां तैनात लिपिक महेश मुडिय़ा और दिनेश पंडा बगलें झांकने लगे। करीब दस मिनट के इंतजार के बाद भी वह उस नकल को नहीं दे सके। इस पर उन्होंने बेहद नाराजगी व्यक्त की। हालांकि उन्होंने कोई दंडात्मक कार्रवाई नहीं की लेकिन चेतावनी दी कि हर महीने कितनी नकल निकलती हैं इसका रिकार्ड रखो।
वहीं एसडीएम को निर्देशित किया कि एक एप बनाओ जिसमें नकल किसान तक पहुंचने पर मोबाइल पर संदेश पहुंच जाए। उन्होंने लिपिक मुडिय़ा को फटकार लगाई। इसके बाद कमिश्रर खसरा -खतौनी शाखा में पहुंचे। यहां भी अव्यवस्थाओं को लेकर उन्होंने नाराजगी व्यक्त की। तहसीलदार कोर्ट पहुंचे कमिश्रर ने डायवर्सन शुल्क का बसूली रजिस्टर मांगा और उसे गौर से देखा। वहीं तहसील में आर आई से सीमांकन संबंधी फाइलें मांगी लेकिन आर आई रामलखन श्रीवास्तव नहीं दे सके और उन्होंने रजिस्टर घर पर होने की बात कही। उन्होंने चेतावनी दी कि आधा घंटे के अंदर नहीं लाए तो सस्पेंड कर दूंगा। इस दौरान उन्होंने नायब तहसीलदार न्यायालयों का भी निरीक्षण किया। अतिक्रमण संबंधी फाइलें देखीं और कहा कि अतिक्रमण के मामलों पर हर रोज कार्रवाई हो। निरीक्षण के दौरान प्रभारी कलेक्टर आशीष कुमार गुप्ता, पुलिस अधीक्षक मयंक अवस्थी, एसडीएम क्षितिज सिंहल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुरेंद्र सिंह गौर मौजूद रहे।
मंडी का किया निरीक्षण संभागायुक्त बी एम शर्मा ने कृषि उपज मंडी परिसर जाकर यहां रवि की फसल के दौरान पैदा हुए अनाज जैसे चने, गेहूं आदि की तौल का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्हें तमाम गड़बडिय़ां मिलीं। इस पर उन्होंने मंडी प्रबंधन पर भी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि किसानों के साथ किसी तरह की लापरवाही नहीं चलेगी।
सिविल सर्विस डे में लिया हिस्सा २० अप्रैल को सिविल सर्विस डे भी मनाया जाता है। इस आयोजन के लिए वे न्यू कलेक्टे्रट भवन पहुंचे और सभागार में लोक सेवकों के सेवा के बारे में विस्तार से बताया। सिविल सर्विस की उत्पत्ति और विकास पर विस्तार से चर्चा की। इस दौरान राजस्व के सभी अधिकारी और कर्मचारी मौजूद थे।
नाराजगी व्यक्त संभागायुक्त ने तहसील समेत अन्य राजस्व न्यायालयों एवं कार्यालयों का निरीक्षण किया। इस दौरान कई खामियां पाई गई। खामियों के संबंध में संभागायुक्त ने जांच के लिए कहा है। जांच के बाद ही किसी अधिकारी – कर्मचारी पर कार्रवाई की जाएगी
आशीष कुमार गुप्ता प्रभारी कलेक्टर दतिया