scriptस्वास्थ्य सेवाएं शर्मसार : जिला अस्पताल में खुले आसमान के नीचे हुआ प्रसव, सास ने काटी नाल | delivery of child outside district hospital | Patrika News

स्वास्थ्य सेवाएं शर्मसार : जिला अस्पताल में खुले आसमान के नीचे हुआ प्रसव, सास ने काटी नाल

locationदतियाPublished: Jun 22, 2021 11:16:41 pm

स्टाफ ने अल्ट्रासाउंड कराने भेजा था, रास्ते में हो गई डिलीवरी

स्वास्थ्य सेवाएं शर्मसार : जिला अस्पताल में खुले आसमान के नीचे हुआ प्रसव, सास ने काटी नाल

स्वास्थ्य सेवाएं शर्मसार : जिला अस्पताल में खुले आसमान के नीचे हुआ प्रसव, सास ने काटी नाल

दतिया. मंगलवार को जिला चिकित्सालय में स्वास्थ्य सेवा को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई। भारी भरकम स्वास्थ्य अमला होने के बाद भी एक महिला का खुले आसमान के नीचे प्रसव हुआ। प्रसव के बाद महिला की सास ने नाल काटी। स्टाफ को जानकारी मिली तो आनन-फानन में प्रसूता को वार्ड में शिफ्ट किया गया। जच्चा-बच्चा स्वस्थ हैं। महिला ने बेटे को जन्म दिया है।
जानकारी के अनुसार गोंदन थाना क्षेत्र के ग्राम कमलापुरी निवासी जहान सिंह विश्वकर्मा की पत्नी भारती को प्रसव के लिए सोमवार को इंदरगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। इंदरगढ़ से उसे यह कह कर जिला चिकित्सालय रैफर किया गया कि यहां व्यवस्था नहीं हो पाएगी। महिला के पति जहान सिंह ने बताया कि भारती को सोमवार को ही जिला चिकित्सालय में भर्ती करा दिया था। भारती को नर्सों ने इंजेक्शन लगाए और बोतल चढ़ाई। सुबह अस्पताल स्टाफ और डॉक्टरों ने कह दिया कि पहले अल्ट्रासाउंड कराओ और कुछ कागज तैयार कराने के लिए कह दिया। इसमें समय लग गया। महिला को अल्ट्रासाउंड के लिए भेजा गया। इसी दौरान महिला को तेज दर्द होना शुरू हो गए। अल्ट्रासाउंड के लिए पुराने मेटरनिटी विंग में जाते समय खाती बाबा मंदिर के आसपास दर्द तेज हो जाने की वजह से महिला एक स्थान पर बैठ गई और वहीं उसकी डिलीवरी हो गई। उसके साथ मौजूद सास रामवती विश्वकर्मा ने तत्काल नाल काटी ताकि महिला की जान को खतरा न हो।
शोरशराबा सुन वार्ड में किया शिफ्ट

खुले में महिला का प्रसव होने के बाद वहां मौजूद लोगों ने शोरशराबा शुरू कर दिया। कुछ लोगों ने वीडियो बनाना शुरू किया तो इसकी जानकारी अस्पताल स्टाफ को लगी। अस्पताल स्टाफ ने आनन-फानन में महिला को वार्ड में शिफ्ट किया।
डॉक्टर ने कहा कि पहले अल्ट्रासाउंड करवाओ, अगर कोई परेशानी होगी तो हम क्या करेंगे। पर्चा बनवाने और कागजी खानापूर्ति में समय लग गया। दर्द बढऩे पर हम उसे बाहर निकाल लाए। बहु दर्द ज्यादा होने की वजह से एक जगह बैठ गई और वहीं बच्चा हो गया।
रामवती विश्वकर्मा, प्रसूता की सास
पहले पत्नी को इंदरगढ़ ले गया। वहां कहा गया कि यहां व्यवस्था नहीं हो पाएगी, दतिया ले जाओ तो हम दतिया ले आए। सुबह मेडम ने कागज बनवाने और अल्ट्रासाउंड करवाने के लिए कहा। इसी दौरान डिलीवरी हो गई। डिलीवरी के बाद मां ने ही नाल काटी।
जहान सिंह विश्वकर्मा, प्रसूता का पति
संयोग की बात है
डिलीवरी एक सामान्य प्रक्रिया है जो कहीं भी होने की संभावना रहती है। महिला की यह छठी डिलीवरी है। इस स्थिति में कम समय में ही बच्चा जल्दी हो जाता है। महिला चिकित्सक मौजूद थीं। महिला को तत्काल अटेंड किया गया है। स्टाफ द्वारा किसी तरह की कोई लापरवाही नहीं बरती गई। यह महज एक संयोग है।
डॉ. केसी राठौर, सिविल सर्जन
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो