कोरोना संदिग्धों और संक्रमितों को तलाशने के लिए जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने 8 दिन पहले किल कोरोना अभियान शुरू किया था । अभियान का उद्देश्य था कि ऐसे लोगों की तलाश की जाए जिनमें कोरोना के लक्षण है और वे संकोचवश बाहर नहीं निकल रहे हैं और अपनी जांच नहीं करा रहे । अभियान की शुरुआत से अब तक 30हजार से ज्यादा लोगों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है । इसी के लिए जिले में 138 दल बनाए गए हैं इन दलों में पिछले 8 दिन में सर्वे के दौरान पाया कि शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में करीब 3 सैकड़ा लोग ऐसे हैं जिनके सैंपल लेने की जरूरत है ताकि उनकी जांच की जा सके कि कहीं उन्हें कोरोना का संक्रमण तो नहीं । इसके लिए जल्द ही उप स्वास्थ्य केंद्र या फीवर क्लीनिकों पर उनके सैंपल लिए जाएंगे। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने एक सार्थक नाम से पोर्टल बनाया है। इस पोर्टल पर ऑनलाइन दिखाई देगा कि कौन-कौन संदिग्ध है और कौन नहीं ।
इन स्थानों पर लिए जाएंगे सैंपल
सर्वे के दौरान 138 दलों ने पाया कि हर गांव में ऐसे संदिग्ध हैं जिन्हें खांसी बुखार जुकाम की समस्या है। उनके नाम भी नोट कर लिए गए। उन्हें चिन्हित कर सैंपल लेने की तैयारी की जा रही है 7 दिन के अंदर इन सभी के सैंपल लिए जाएंगे रिपोर्ट क्या होती है यह वक्त ही बताएगा ।
सीएमएचओ डॉ. एसएन उदयपुरिया ने बताया कि अभियान के तहत जो सर्वे हुआ है उसमें 3 सैकड़ा से ज्यादा ऐसे लक्षण वाले लोग पाए गए हैं जिनके सैंपल लेना जरूरी है। यह सेंपलिंग जिले के विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों फीवर क्लीनिक पर कराई जाएगी ।जिला चिकित्सालय में भीड़ नहीं बढ़ाई जाएगी ।