कलेक्ट्रेट के सभागार में चली बैठक में उन्होंने पहले तो ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारियों को चेताया कि एक-एक अधिकारी हर दुकान पर रहेगा। उसकी निगरानी में खाद बांटी जाए। अगर कोई गड़़बड़ी पकड़ी जाए तो कलेक्टर को बताएं ।
उन्होंने यह भी चेताया कि अगर कृषि विस्तार अधिकारी की रिपोर्ट गलत पाई गई तो वह नौकरी से हाथ धो बैठेगा। उन्होंने कहा कि किसानों के साथ किसी भी तरह का छल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस दौरान उन्होंने खाद के फुटकर विक्रेताओं को निशाने पर लेते हुए कहा कि मैं हाथ जोड़़ रहा हूं कि खाद की कालाबाजारी कोई न करे। ऐसा पाया गया तो कड़़ी कार्रवाई की जाएगी।
यही नहीं उन्होंने खाद बनाने वाली कंपनियों के डीलरों व अन्य कर्मचारियों को भी चेताया कि खाद की सप्लाई में किसी तरह का भेदभाव न करें । इसके लिए उन्होंने सारी कंपनियों के एमडी के नंबर व ई मेल भी लिए ताकि उनसे संपर्क किया जा सके।
बैठक में डीडीए डीएसडी सिद्धार्थ, एसडीओ वशिष्ठ, एसएडीओ रविन्द्र पाराशर समेत जिले भर के ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी व खाद विक्रेता , विपणन अधिकारी समेत अन्य मौजूद थे।