गौरतलब है कि चार जनवरी को मकोनी निवासी महिला रेखा दोहरे व उसके बेटे शिवा की हत्या उसकी भाभी ने कर दी थी। 40 बीघा जमीन को हथियाने के फेर में हुई हत्या के दो दिन बाद रेखा का शव तो मिल गया था पर शिवा के शव की तलाश में पुलिस चकरघिन्नी थी। इसके लिए दो बार पुलिस ने राजघाट नहर परियोजना की नहर भी बंद कराई ।
शनिवार की सुबह किसान अखिलेश यादव ने देखा कि भलका -गोंदन गांवों के बीच से नहर में सफेद रंग की कोई चीज धारा में बह रही है। जब गौर से देखा तो लाश प्रतीत हुई। अखिलेश ने तत्काल मामले की सूचना पुलिस को दी। मौके पर गोंदन थाना प्रभारी राघवेन्द्र तोमर ,उनाव थाना प्रभारी अजय अंबे मौके पर पहुंचे।
पुलिस ने किसानों की मदद से रस्सी व सीढ़ी की मदद से शव को बाहर निकाला और दतिया स्थित जिला चिकित्सालय में पोस्टमामर्टम करा दिया गया। इस जघन्य हत्याकांड के आरोपी पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेजे जा चुके हैं। दरअसल महिला व उसके पुत्र की हत्या जमीन को लेकर की गई है। हत्या करने वालों ने इतनी गोपनीयता से काम किया कि चार दिनों तक तो हत्या की जानकारी नहीं मिल सकी।बाद में लाश दिखने पर ग्रामीणों ने इसकी जानकारी पुलिस की दी। तब दूसरे दिन इस दोहरे हत्याकांड का खुलासा हुआ।