दोपहर करीब 12 बजे कलेक्टर रोहित सिंह, एसपी अमन सिंह राठौर जिला चिकित्सालय जा पहुंचे। निरीक्षण के दौरान पाया कि मेडिसिन की विभागाध्यक्ष डॉ. सीमा महंत, डॉ. प्रशांत हरित व जूनियर डॉ. शुभ्रा दुबे ड्यूटी से गायब हैं। पूछताछ की तो पता चला कि ये डॉक्टर पिछले कई दिनों से मरीजों को नहीं देख रहे हैं। इतना ही नहीं पहले भी इन डॉक्टरों को नोटिस दिए जा चुके हैं फिर भी नहीं चेते। मौके पर पहुंचे मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. राजेश गौड़ व सभी विभागाध्यक्षों से चर्चा की। उन्होंने पहले तो कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण से बचने के लिए सभी समन्वय से काम करें पर उन्होंने काम न करने वाले डॉक्टरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने को भी कहा।
ओपीडी में कम पड़ रहे डॉक्टर
जब से कोरोना का कहर शुरू हुआ है तभी से जिला चिकित्सालय में विशेष ओपीडी हो रही है। इसमें सर्दी, खांसी जुकाम, बुखार के मरीजों पर ज्यादा ध्यान दिया जा रहा है। क्योंकि इन्हीं लक्षणों से कोरोना का खतरा मंडरा रहा है। इसलिए लिए प्रशासन ने तीन शिफ्ट में जिला चिकित्सालय व मेडिकल कॉलेज के सभी डॉक्टरों की ड्यूटी लगाई है। हर शिफ्ट में सभी मिलाकर 40 डॉक्टरों की ड्यूटी लगाई गई है। सुबह आठ से रात के आठ बजे तक मरीजों को देखा जा रहा है। मंगलवार की बात करें तो केवल खांसी जुकाम व बुखार के ही तीन सैकड़ा मरीज पहुंचे। इस तरह के रोगियों की जांच के लिए सुबह से रात तक डॉक्टरों की ड्यूटी लगाई गई है पर कई डॉक्टर इसे गंभीरता से नहीं ले रहे।