एसडीएम व्यापारियों के प्रतिनिधि मंडल से बंद कमरे में चर्चा कर रहे थे। बंद कमरे में व्यापारियों और एसडीएम के बीच काफी लंबी चर्चा चली। चर्चा के दौरान किसी को अंदर नहीं जाने दिया गया। यहां तक कि मीडिया कर्मियों को भी कमरे के अंदर प्रवेश से रोका गया। काफी समय तक जब किसान और एसडीएम बाहर नहीं आए तो किसानों ने फिर मुख्य मार्ग पर जाम लगा दिया। इसके बाद मौके पर पहुंची टी आई सिविल लाइन प्रीति भार्गव ने किसानों को समझा कर जाम खुलवाया।
व्यापारियों का कहना था कि उन्हें मंडी प्रशासन द्वारा परेशान किया जा रहा है। रैक के लिए उनकी गाड़ी भरने के बाद उसी दिन गेट पास न बना कर अगले दिन गेट पास बनाने के लिए कहा जाता है। इसके अलावा व्यापारियों से कहा जाता है कि गाड़ी गोदाम से भर कर गेट पास बनवाने के लिए मंडी लाओ। मंडी लाने तक रास्ते में गाड़ी पकड़ ली जाती है और कागजात की मांग की जाती है। एक व्यापारी की गाड़ी गेट पास के लिए मंडी तक लाने के दौरान पैनल्टी बना दी गई। व्यापारियों ने यह भी बताया कि शनिवार को पुलिस वाले गाडिय़ों को पीतांबरा पीठ पर श्रद्धालुओं की भीड़ की वजह से गाड़ी नहीं निकलने दी जाती। इससे गेट पास नहीं बन पाता। व्यापारी पर पैनल्टी लगाए जाने और मंडी प्रशासन द्वारा गेट पास के नाम पर परेशान किए जाने से नाराज व्यापारियों ने डाक बोली करने से इंकार कर दिया।
व्यापारियों ने जब अपनी समस्या एसडीएम मनोज प्रजापति के समक्ष रखी तो उन्होने व्यापारियों को आश्वासन दिया कि गेट पास के नाम पर व्यापारियों को परेशान नहीं किया जाएगा। गोदाम से मंडी तक गाड़ी गेट पास के लिए आने पर उसे रास्ते में कागजात दिखाने के नाम पर नहीं पकड़ा जाएगा और शनिवार को व्यापारियों के गोदाम पर एक कर्मचारी गाड़ी को बैरीफाई करेगा।
शनिवार और रविवार को अवकाश होने तथा सोमवार को व्यापारियों द्वारा डाक बोली न लगाए जाने से किसान नाराज हो गए। किसानों का कहना था कि मंडी में न तो पीने के पानी व्यवस्था हैऔर न ही छाया की। जाम लगाने वाले किसानों की मांग थी कि मंडी में छाया, पानी की व्यवस्था की जाए तथा व्यापारियों द्वारा उनकी उपज का सही दाम देकर तत्काल नगद भुगतान किया जाए। एसडीएम द्वारा किसानों को डाक बोली कराए जाने और अन्य समस्याओं का निराकरण किए जाने का आश्वासन देने के बाद किसान मान गए और डाक बोली शुरू हुई। हंगामे के कारण डाक बोली एक बजे चालू हो सकी।
मनोज प्रजापति एसडीएम
सिल्लन साहू व्यापारी